सुबह सुबह मुंबई के मालाड के मढ में एक तरफ सूर्य देव ऊपर उग रहे थे और दूसरी तरफ अक्सा बीच के पास बच्चे फुटबॉल खेल रहे थे , सुबह सुबह समुद्र के लहरों के साथ फुटबॉल खेलने का मजा ही अलग है, एक लड़का जोर से किक मारता है तो फुटबाल उड़कर दूर पुलिया के पास जाता है , एक लड़का भाग कर वहा जाता है तो बॉल जहां पड़ा था वहां कोई औरत लेटी हुई थी ,उसे लगा कोई भीखारन होगी पर वह देखा कि एक चूहा उसके शरीर से एक मांस का टुकड़ा खीच कर ले गया , तभी लड़का गौर से देखता है ,तो उसका शरीर फूला हुआ था और वह मर चुकी थी ,वह चिल्ला कर अपने दोस्तो को बुलाता है ,सभी देख चौक उठते है , तभी कुछ राहगीर भी उनको कुछ देखते देख वहां पहुंच जाते हैं सभी अपनी अपनी कल्पना शक्ति का उपयोग करते हुए कई कहानियां बना देते हैं ,तभी पुलिस कि पेट्रोलिंग टीम आ जाती हैं किसीने 100 नंबर डायल कर दिया था , पुलिस आते ही सबको दूर हटाती है ,और किसने सबसे पहले देखा उस लड़के से पूछने लगती हैं ,तो वह लड़का सब बताता है , उसी समय मार्वे पुलिस स्टेशन से पुलिस अधिकारी भी आ जाते हैं,फोटोग्राफर भी आता है साथ ही फोरेंसिक डिपाटमेंट वाले भी आते है, सभी लाश का मुआयना करते हैं , और फिर सारी करवाई करने के बाद लाश को एंबुलेंस में डालकर पोस्टमार्टम के लिए भेजते हैं, "!!
पुलिस वाले उन लडको का बयान लेते है और भी लोगो का बयान लेते है और लडको का नंबर भी लेते हैं ,उन्ही के बीच खड़ा एक आदमी जो लाल रंग का टी शर्ट पहने था वह पूछता है" क्या हुआ साहब ,कोई मर गया क्या"?? हवलदार चिढ़ कर कहता है" नही डांस प्रोग्राम चल रहा है , देखेगा , "!! हवलदार उसे घूर के देखता है तो वह डर कर खसक लेता है ,ऐसे बेतुके सवाल कई लोग पूछते हैं ,तो हवलदार सबको भगाते है ,कुछ लोग वीडियो बनाने लगते हैं तो कुछ फेसबुक पर लाइव प्रसारण शुरू कर देते हैं, "!
हवलदार सावंत और इंस्पेक्टर कदम रोड पर जाकर पुलिया के आस पास देखते हैं तो मिट्टी में एक ऑटो का निशान दिखाई देता है , वह उसका भी फोटो मोबाइल में लेते हैं और वीडियो भी बनाते हैं, फिर जमा हुई पब्लिक को भगा कर खुद भी जाते हैं , "!
पुलिस स्टेशन में बैठे सब उस औरत की तस्वीर सोशल माडिया पर डालते हैं ,क्युकी उसके पास से कोई कार्ड या प्रमाण पत्र नही था, उसकी पहले शिनाख्त होना जरूरी था ,वरना केस आगे बढ़ाना मुश्किल था ,ऐसे केसेज बहुत सारे होते हैं जिनमे न ही गवाह होता है है ना ही पहचान पत्र तो उन्हे गुमनामी वाले फाइल में डिटेल्स डाल कर छोड़ देते हैं ,पर 6 महीने के बाद पहले 6 महीने तक उसका पता लगाया जाता है,मुंबई के सभी पुलिस स्टेशन पर उसकी तस्वीर सैंड कर दी गई थी , अक्सा बीच पर मुंबई से बाहर के लोग भी आते हैं ,इसलिए सही अंदाजा लगाना आसान नहीं था, कदम कई मुखबिरों को लगा देते हैं कि वह लोग पता करे कि आस पास के इलाके में कोई ऑटो वाला गायब तो नही हुआ कोई ऑटो कहीं खड़ा तो नही हुआ , पुलिस पूरी तत्परता से अपना काम कर रही थी , 4 दिन तक कहीं से कोई सूचना नहीं आई , पर चौथे दिन एक औरत आई जो पुलिस स्टेशन से एक किलोमीटर दूरी पर रहती थी , वह एक बंगाली अधेड़ औरत थी , वह आकर कहती है " ,उसकी बेटी रेहाना 4 दिन से गायब है ,वह पहले भी ऐसे गायब रहती थी पर एकाध दो दिन के लिए पर फोन जरूर करती थी ,इस बार उसने फ़ोन भी नही किया खाली जिस दिन गई थी उस दिन शाम को फोन करके बोली थी कि वह आज नही आयेगी ,पर आज चौथा दिन है, हवलदार सावंत उस वक्त वहीं ड्यूटी पर थे ,उसने तुरंत ही उसको अक्सा वाली औरत का फोटो दिखाया तो वह औरत चीख पड़ी और रोने लगी यह उसी की बेटी थी, ! सावंत उसे पानी पिलवाता है और चाय भी मंगवाता है, लेडी ऑफिसर को उसे सम्हालने को कहता है ,और फिर कदम साहब को कॉल करके उनसे बताता है तो वह भी 10 मिनट में पहुंच जाते हैं , और उस से शांति से पूछताछ करते हैं ,पहले तो उसका मोबाइल नंबर लेते हैं , और उसको सर्विलेंस में डालते हैं तो वह नंबर तो बंद बताता है , नंबर मिलने से उसकी सोशल मीडिया की डिटेल्स भी मिल जाती है , साइबर एक्सपर्ट उसकी सोशल मीडिया को खोल कर देखने लगते हैं , तभी एक ऑटो वाला जो कदम साहब का मुखबिर भी है वह कॉल कर के बताता है ,एक रिक्शा वाला परसो से रिक्शा खड़ा कर गायब है, कदम साहब इसको वहीं रुकने को कहते है और सावंत को साथ ले तुरंत उसके पास जाते हैं जाने से पहले लेडी पुलिस को उसके मां से पूरी जानकारी निकलने को कहते हैं , !!
रिक्शे के पास पहुंच कर वह ध्यान से उस पर नजर डालते हैं तो उन्हे कुछ बाल पीछे के सीट पर दिखाई पड़ते हैं तो वह उसे उठाकर एक प्लास्टिक के थैली में रखते हैं, और उस ऑटो का फोटो खींचते हैं ,वहा कई लोग जमा हो जाते हैं ,उन्ही में से एक उस रिक्शे वाले के बारे में जानकारी देता है और उसका घर भी दिखा देता है जो बंद था, वह वह मालवानी के लक्ष्मी नगर के झोपड़ पट्टी में भाड़े के रूम में रहता था ,वह राजस्थान का रहने वाला था, वैसे तो उसके बारे में कोई अपराधिक रिकॉर्ड वाली बात सामने नही आई थी,पर अभी ये तय नहीं था की इसी रिक्शे वाले ने मर्डर किया होगा बहुत से लोग रिक्शा चलाते हैं और कभी भी बंद करके गांव आते जाते रहते हैं, कदम और सावंत पुलिस स्टेशन आते हैं और वहां पर आए डिटेल्स को देखते हैं , उस लड़की का फेसबुक पर एक नही कई लडको से लव अफेक्शन चल रहा था, जिस से साबित हो रहा था कि रेहाना का कैरेक्टर ढीला था, फेस बुक लिस्ट देखते हुए अचानक सावंत एक फोटो कदम के हाथ से लेता है और कहता है ,साहब यह तो वही आदमी है , इसको मैने डांटा था ,ये बहुत इंक्वायरी कर रहा था , ये भी ऑटो ही चलाता है, हंड्रेड परसेंट यही किलर है , वह उस लड़के को कॉल करके बुलाते हैं जिसने उस ऑटो वाले के बारे में बताया था ,वह लड़का आते ही ,तुरंत पहचान जाता है , और कहता है," सर यही संजय है , "!! सावंत उसको लड़की का फोटो दिखाते हैं तो वह बोलता है ," अरे ये तो इसकी आइटम है,"!! ,फिर सुधारकर बोलता है कि यह इसकी गर्ल फ्रेंड थी , इसके घर भी आती थी ,"!! अब तो सब क्लियर हो गया था , की वही कातिल है, फेस बुक पर भी सबसे ज्यादा मैसेज भी उसी के थे ,फिर वॉट्स ऐप पर भी दोनो की प्रेम भरी बाते भी थी ,पर लड़की के बहुत लडको और आदमियों के साथ प्रेम प्रसंग थे , और यह भी नजर आ रहा था वह सभी से पैसे भी धमका कर लिया करती थी , लड़की की मां और उसके फैमली वाले हंगामा करते हैं की पुलिस कुछ कर नहीं रही है तो कदम साहब उन्हे बुरी तरह से लताड़ते है , और कहते हैं ," तेरी लड़की ही हरामी थी ,"!! वह पेपर्स दिखाते हुए कहते हैं," काम से कम 10 लडको को घुमा रही थी ,तुम्हे पता नही चला, तुम सब उसके मौत के जिम्मेदार हो, "!! सभी चुप होते हैं, !!
कदम और सावंत तुरंत राजस्थान के लिए निकलते है ,उनके साथ 2 सिपाही भी थे, वह दूसरे दिन बांसवाड़ा पहुंच कर संजय को उसके घर से उठा लेते हैं वहां के पुलिस भी उनके साथ थी , यहां से निकलते ही उन्होंने उसके गांव के पुलिस अधीक्षक को खबर कर दिए था ताकि वह कहीं बाहर न जाए , पुलिस को देखते ही वह अपना गुनाह कबूल कर लेता है ,पर जो कहानी उसने बताई उसमे रेहाना के शरीर दिमाग के बारे में पता चला ,वह फेस बुक पर सबको फ्रेंड रिक्वेस्ट भेजती थी ,और फिर सबसे प्यार का नाटक कर उनसे पैसे ऐंठती थी , जी लोग शादी शुदा फसे थे ,उनके साथ संबंध बना कर वीडियो बना लेती थी फिर सोशल मीडिया पर डालने के नाम पर अच्छे पैसे वसूल करती थी ,कुछ ऐसा ही उसने संजय के साथ भी किया ,बल्कि उस पर तो काले बंगाली जादू का उपयोग भी करती थी , कुछ दिन पहले संजय की शादी तय हुई थी और वह जल्दी ही शादी करने वाला था , रेहाना को पता चला तो उसने उसको बुलाकर कहा कि उसे एक लाख रुपए दे नही तो उसके ससुराल वालों को वह वीडियो भेज देगी , उस दिन संजय उसे समझाने के लिए अक्सा ले गया तो वहां वह अड़ गई की अगर वह पैसे नही देगा तो , वह उसे चोदेगी नही,दोनो ही सामने रिक्शा खड़ा कर उसके पीछे पुल पर बैठे दारू पी रहे थे, संजय को उस पर गुस्सा आता है और वह उसे एक घुसा मारता है ,और वह सम्हाल नही पाती है पलट कर पुल के नीचे गिरती हैं ,नीचे गिरने से शायद उसकी गर्दन टूट गई और वह वही मार गई होगी ,वह तो उसके। गिरते ही बिना उसे देखे गुस्से में गाली देता हुआ कहता है " तु जा मर आना अकेले ,";! वह शराब के नशे में उसे छोड़ चला गया ,और दूसरे दिन जब उसका फोन नही आया तो ,उसे डर लगा की कहीं वह मर तो नही गई यह देखने के लिए दूसरे दिन सुबह गया था जब सावंत ने उसे डांटा था ,और संजय डर कर गांव भाग गया था, "!! कदम केस फाइल करते है पर गवाह न होने की वजह से संजय को अधिक सजा नही होती है ,और उसे 5 साल की सजा मिलता है, "!!
फेस बुक पर सुंदर लड़कियों को देखवसभी का मन डोल उठता है पर अक्सर सभी लोगो का अंजाम ऐसा ही होता है , इसलिए सोशल मीडिया पर लड़कियों से दूर रहें ,क्योंकि वहा पर सिर्फ और सिर्फ लूट मची है, "!!!