विनय ने अगले ही दिन शहर के सभी पेट्रोल पंप पर पूछताछ की, और उस दिन की फुटेज चेक की जिस दिन कार चोरी हुई थी।
यहां विनय को एक बड़ी कामयाबी हाथ लगती है जब उसे एक पेट्रोल पंप के फुटेज में एक व्यक्ति केन में पेट्रोल लेते हुए दिखाई देता है, जिसका हुलिया चौराहे पर कैप्चर किए गए साइकिल वाले व्यक्ति से हूबहू मिल रहा था उसने कपड़े भी वही पहनें थे जो चौराहे की फुटेज में थे।
इधर पेट्रोल पंप की फुटेज से विनय उस व्यक्ति की तलाश में लग जाता है, और उसकी फोटो दिखाकर आसपास के इलाकों में पूछताछ करता है औऱ फिर अंत में वो व्यक्ति विनय की गिरफ्त में आ ही जाता है।
जिसे उठाकर विनय थाने में ले आता है और फिर उससे पूछताछ करता है कि उसने बब्बन को क्यों मारा और हिमांशु का कत्ल किसने किया जिस पर डरा सहमा वह व्यक्ति विनय को एक नई कहानी ही सुना देता है, जिससे ये गुत्थी और भी उलझ जाती है...........l
उसने विनय को बताया कि उस रात जब वो काम से घर लौट रहा था कि अचानक उसके पास एक फोन आया, और उसे बताया गया कि उसके बच्चे का अपहरण कर लिया गया है। और यदि बच्चा वापस चाहिए तो हमारा काम करना होगा जिसके बाद उसने मुझे केन में पेट्रोल लेकर एक स्थान पर बुलाया, और जब पेट्रोल लेकर में वहां पहुंचा तो फिर से उसका फोन आया कि में पेट्रोल वही पर रखकर कुछ देर के लिए में वापस चले जाऊँ पर मेरे समझ में कुछ नहीं आ रहा था, कि ये सब क्या हो रहा है फिर लगभग दो घंटे के बाद दोबारा उसका फोन आया, और मुझसे कहा गया कि रेल्वे ट्रैक के पास जो पगडंडी वाला रास्ता है वहां पर एक वेन खड़ी है उसमे एक बोरे में लाश रखी है, उसे बोरे से निकाल कर ट्रैक पर फेंक देना ताकि वो ट्रेन से कट जाये और जब मैं अपनी साइकिल से वहां पहुंचा तो वहां एक वेन खड़ी थी, उसमे से लाश को निकाल कर में रेल्वे ट्रैक के पास ले गया और बोरे को खोलकर जब लाश को बाहर निकाला, तो डर के मारे में लाश को ट्रैक पर नहीं फेंक पाया, और ट्रैक के पास ही लाश को छोड़ कर बोरा वापस वेन में रख दिया, और निकल गया जिसके कुछ ही देर बाद मुझे ओवरटेक कर वेन निकल गई और कुछ देर बाद बच्चा भी घर पर पहुंच गया जिसकी सूचना मेरी पत्नी ने मुझे फोन पर दी।
फिर में घर चला गया.....फिर क्या हुआ मुझे कुछ पता नहीं........l
जिसके बाद विनय ने उस व्यक्ति से वो मोबाइल नंबर माँगा जिससे किडनैपर का फोन आया जिस पर उस व्यक्ति ने विनय को वो नंबर दे दिया फिर इंस्पेक्टर को बुला कर विनय ने उस नंबर को ट्रैस करवाने के लिए भेजा तो पता लगा कि फर्जी सिम का इस्तेमाल किया गया था जिसकी कॉलर id ब्लॉक की गई थी, किन्तु किडनैपर ने उस व्यक्ति को जिस स्थान से फोन किया ये वो ही जगह थी जहां पर उस व्यक्ति द्वारा पेट्रोल का केन रखना बताया गया था, जिससे विनय को इस बात की पुष्टि हो जाती हैं कि वो व्यक्ति सही कह रहा है वो एक मासूम इंसान है जिसे वाकई में इस केस के बारे मैं कुछ नहीं पता...........l
विनय उस स्थान पर जाता है जहां पर पेट्रोल का केन रखा गया था......l
वो एक सुनसान इलाक़ा था जहां आसपास न तो कोई घर था और न कोई दुकान......l
फिर विनय उस इलाके से कुछ दूरी पर स्थित बिल्डिंग और दुकानों का निरीक्षण करता है, औऱ सभी दुकानों पर पूछताछ करता है पर इस घटनाक्रम के बारे में किसी को कुछ भी जानकारी नहीं थी.......l
अचानक ही विनय का ध्यान एक निर्माणाधीन बिल्डिंग पर जाता है, जिसका निर्माण कार्य कई दिनों से बंद था, और वो बिल्डिंग एक खण्डहर की भांति दिख रही थी l
विनय अपनी पूरी टीम के साथ उस बिल्डिंग के अंदर घुसकर छानबीन शुरू कर देता है, जहां उसे, उस बिल्डिंग की तीसरी मंजिल पर एक बिना दरवाजे का कमरा दिखाई देता है, जिसके अंदर घुसने पर विनय ने देखा कि वहां पर जली हुई लकड़ी के कुछ एक दो छोटे छोटे टुकड़े मिले जिसे विनय द्वारा जांच के लिए लैब में भेज दिया गया..........l
विनय को शक था कि इसी स्थान पर बब्बन की लाश को जलाया गया होगा क्योंकि ये बिल्डिंग इतनी बड़ी थी कि इसकी तीसरी मंज़िल पर बने हुए कमरे में धुआं उठे भी तो लोगों का ध्यान नही जा पाएगा, और फिर ये काम शायद रात को ही किया गया हो......l
पर विनय को इस बात का अनुमान हो गया था कि बब्बन एक माह तक लापता था, तो एक माह तक इस जगह पर बब्बन को रखना तो नामुमकिन है....l
शायद कातिल बब्बन को मारकर इस जगह पर केवल जलाने के लिए लाया था, क्योंकि इस बिल्डिंग की पार्किंग भी सुनसान थी, जहां बब्बन की लाश को आसानी से वेन में रखा जा सकता था.....l
और इसलिए कातिल पेट्रोल का केन लेकर यहां आया होगा और कंस्ट्रक्शन की लकड़ियों को जलाकर उस आग से बब्बन के चेहरे को जलाया होगा। और फिर उसकी लाश को ट्रैक पर इस तरह फेंकने को बोला कि बॉडी ट्रेन से कट जाये.....l और पुलिस इसकी शिनाख्त न कर सके, और लावारिस मौत की तरह बब्बन का किस्सा भी खत्म हो जाय.....l
पर बब्बन लगभग एक माह तक लापता था और इस बिल्डिंग में एक माह तक बब्बन को रखना नामुमकिन लग रहा था, इसलिये विनय उस एरिया के आसपास के इलाकों में कोई सुनसान सा घर ढूंढने की कोशिश कर रहा था।
तभी विनय की नजर एक घर की ओर जाती है जिस पर ताला लगा हुआ था फिर उसके मालिक के बारे मैं पूछताछ की तो विनय को पता लगा कि अभी अभी किसी ने इसे खरीद लिया है पर अभी शिफ्ट नहीं हुए है पर कुछ लोग हैं जो ज्यादातर रात को ही आते है और खुद को घर के मालिक का रिश्तेदार बताते है पर, कुछ दिनो से तो वो रिश्तेदार भी अब नहीं आ रहे है....l
विनय घर का ताला तोड़कर घर के अंदर घुस जाता है, और देखता है कि पूरा घर खाली है कोई भी समान नहीं हैं पर उसे कोने मे एक इंजेक्शन पड़ा हुआ दिखाई देता है जिसे वो टेस्ट के लिए लैब में भेज देता है, फिर वहां से निकल जाता है और उस घर के मालिक के बारे में आसपास के लोगों से पूछताछ करता है पर किसी को भी उसका नाम पता नही मालूम होता और विनय वापस लौट आता है....l
वापस लौट कर विनय को सूचना मिलती है कि उस इंजेक्शन में एक ड्रग्स भरा हुआ था जो यदि ज्यादा मात्रा मे ले लिया जाए तो इंसान पागल भी हो सकता है............l