अब एक और जब विनय उस नंबर पर फोन करता है जिससे करण ने रणवीर को फोन किया था, पर वो नंबर आउट ऑफ कवरेज एरिया बताया गया और फिर विनय इस नंबर को ट्रेस करने के लिए भेज देता है तो वहीं दूसरी ओर इंस्पेक्टर को भेजकर रोहित को उठा कर थाने लाने के लिये बोलता है....l
जिस पर इंस्पेक्टर कुछ देर बाद खाली हाथ ही वापस आता है और विनय को बताता है कि जब में रोहित को लेने उसके घर पहुंचा तो वो घर पर नहीं था और घर पर पूछताछ की तो पता लगा कि वो तो कल रात से ही घर नहीं आया और उसका फोन भी नहीं लग रहा है.......l
अब ये कौन सा नया बखेड़ा खड़ा हो गया ये सब चल क्या रहा है एक के बाद एक मेरा तो दिल कर रहा है कि पूरा शहर ही फूंक डालूँ चिल्लाते हुए विनय कुर्सी पर एक जोरदार लात मारता है...l
जिस पर इंस्पेक्टर उसे समझाता है कि सब ठीक हो जायगा हम जल्द ही कातिल को खोज निकालेंगे....l
अरे क्या घंटा खोज निकालेंगे कातिल को.....
इतना समय गुजर गया पर हम जहां के तहां है हमे तो ये तक नहीं पता कि करण को किडनैप कर के दिल्ली में रखा है कि लखनऊ में या फिरोजाबाद में........ ढूंढना तो दूर की बात है....... एक उम्मीद कायम हुई थी....... रोहित ही इस केस की आखिरी कड़ी था तो वो भी लापता हो गया..... विनय को सब खत्म होता सा नजर आ रहा था......कि तभी विनय के पास कमिश्नर साहब का फोन आ जाता है जिस पर विनय फोन उठाता है तो कमिश्नर साहब उसे अपने ऑफिस में बुलाते हैं....l
अभी कम झमेला था जो एक और आ गया चिढ़ते हुए विनय कमिश्नर साहब से मिलने के लिए निकल जाता है.....l
तभी एक बार फिर विनय के फोन की घंटी बजती है तो विनय ने देखा की ये रोहित का फोन था......l
हैरान हो गया था जब
वो अपनी हार मानकर
जीत की उम्मीद मिली
फिर एक बात जानकर
रोहित ने विनय को फोन क्यों किया..........l
सर मुझे बचा लो प्लीज....... मुझे ये लोग मार डालेंगे.....प्लीज मुझे बचा लो ........... रोहित घबराते हुए फोन पर विनय को बोलता है इधर विनय कमिश्नर से मिलना भूलकर उससे पूछता है.......क्या हुआ कौन मार डालेगा तुम्हें तुम हो कहा पर मुझे सब बताओ जल्दी..........में अभी वहां पर पहुंच जाऊँगा...l
फिर रोहित विनय को बताता है कि मैं होटल रमन पेलेस के पीछे एक सुनसान जगह पर छुपा हुआ हूं कल रात दो लोग मुझे उठाकर ले गए थे और रातभर मुझे एक कमरे में बंद कर के छोड़ दिया फिर आज शाम को मैंने उन्हें किसी से फोन पर बात करते हुए सुना कि वे लोग मुझे जान से मारने वाले है मैं बड़ी मुश्किल से अपनी जान बचा कर वहां से भाग आया और वो लोग मेरा पीछा कर रहे हैं...........इतना कहकर रोहित ने फोन काट दिया...l
इतना सुनते ही विनय ने कमिश्नर साहब के ऑफिस की ओर जाती हुई गाड़ी में एक जोरदार ब्रेक लगाकर पूरी गाड़ी को स्लिप करते हुए उसे होटल रमन पेलेस की ओर घुमा दिया और धुंआधार ड्राइविंग करते हुए रोहित को ढूँढने के लिए निकल पड़ा.... बीस किलोमीटर के रास्ते को मात्र बीस मिनट में तय कर वो अपनी पिस्टल लेकर होटल रमन पेलेस के पीछे सुनसान जगह पर रोहित को ढूंढने के लिए अकेला ही निकल पड़ा.......l
रोहित.........रोहित तुम कहां हो.....मुझे आवाज दो.... में आ गया हूं..... ....डरों मत..... बाहर आओ............ विनय जोर जोर से चिल्लाते हुए रात के अंधेरे में घुटने तक ऊंची जंगली झाड़ियों में रोहित की तलाश में चला जा रहा थाl
सर में यहां हूं इस पेड़ के पास..... विनय को रोहित की आवाज सुनाई देती है और वो पेड़ के पास जाता है जहां रोहित डरा सहमा सा झाड़ियों में छुपा हुआ था फिर विनय उसे उठाता है उसे रिलेक्स होने के लिए कहता हैं ........l
तभी विनय को अचानक झाड़ियों कीं सरसराहट सुनाई देती है और वो अपनी पिस्टल लोड कर लेता है फिर कुछ दूरी पर विनय को दो लोग भागते हुए नजर आ रहे थे पर अंधेरे में कुछ भी स्पष्ट दिखाई नहीं दे रहा था जिस पर रोहित विनय से कहता है कि ये वहीं लोग है जो मुझे मारना चाहते थे.... इतना सुनते ही विनय उनके पीछे भागना शुरू कर देता है.................l सर मुझे अकेला छोड़ के मत जाओ...............डरते हुए रोहित चिल्लाने लगता है फिर विनय उन्हें जाने देता है और रोहित को लेकर अपनी गाड़ी के पास आ जाता है फिर गाड़ी से पानी की बोतल निकाल कर वो रोहित को पिलाता है और उसे रिलेक्स होने के लिए कहता है..........l
फिर विनय रोहित को लेकर थाने में पहुंच जाता है और इंस्पेक्टर से कहकर रोहित के लिए खाना मंगवाता हैl
देखो रोहित अब तुम डरों मत मुझे साफ साफ बताओं की पूरी बात क्या है........तुम थाने में बैठे हो यहां तुम्हारी जान को कोई खतरा नहीं है..... एसा कहते हुए विनय रोहित को समझाता है l
अच्छा ठीक है तुम पहले खाना खा लो तब तक में बाहर ही बैठा हूं उसके बाद इत्मीनान से मुझे बताना कि बात क्या है इतना कहकर विनय ने रोहित के लिए खाना लगवा दिया......l
फिर खाना खा कर रोहित बाहर विनय के पास गया और फिर थाने का पूरा स्टाफ एक साथ बैठकर रोहित की बातें सुनने लगा.......l
क्या राज था जो रोहित बताने वाला था..........l