कार्यालय का वरिष्ठ अधिकारी बताकर जम्मू कश्मीर प्रशासन से जेड-प्लस सुरक्षा, एक बुलेटप्रूफ महिंद्रा स्कॉर्पियो एसयूवी, पांच सितारा होटल में आधिकारिक प्रवास की सुविधा समेत और भी बहुत सी सुविधा लेने और सुरक्षा व्यवस्था का खुले तौर पर मजाक उड़ाने में वाले ठग किरण भाई पटेल को पुलिस ने गिरफ्तार करने के बाद 15 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है।
इस बीच, पटेल के वकील रेहान गौहर ने दावा किया कि उनके मुवक्किल के साथ एक और व्यक्ति था। गौहर ने कहा, “पुलिस ने मजिस्ट्रेट के समक्ष धारा 16ए के तहत उनका (किरण पटेल का) बयान दर्ज किया, ।लेकिन एक अन्य व्यक्ति प्रधानमंत्री कार्यालय का वरिष्ठ अधिकारी बताकर जम्मू कश्मीर प्रशासन से जेड-प्लस सुरक्षा, एक बुलेटप्रूफ महिंद्रा स्कॉर्पियो एसयूवी, पांच सितारा होटल में आधिकारिक प्रवास की सुविधा समेत और भी बहुत सी सुविधा लेने और सुरक्षा व्यवस्था का खुले तौर पर मजाक उड़ाने में वाले ठग किरण भाई पटेल को पुलिस ने गिरफ्तार करने के बाद 15 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है।
इस बीच, पटेल के वकील रेहान गौहर ने दावा किया कि उनके मुवक्किल के साथ एक और व्यक्ति था। गौहर ने कहा, “पुलिस ने मजिस्ट्रेट के समक्ष धारा 16ए के तहत उनका (किरण पटेल का) बयान दर्ज किया, लेकिन एक अन्य व्यक्ति को रिहा कर दिया गया।”
सभी आरोप निराधार: किरण पटेल
किरण पटेल ने अपने खिलाफ लगाए गए सभी आरोपों का खंडन करते हुए उन्हें निराधार करार दिया। पटेल के परिवार का मानना है कि यह किसी राजनीतिक प्रतिद्वंद्विता का हिस्सा है। पटेल के खिलाफ श्रीनगर के निशात पुलिस स्टेशन में मामला दर्ज किया गया है। ठग किरण भाई पटेल ने इस साल की शुरुआत में श्रीनगर के अपने दो दौरों के दौरान अधिकारियों के साथ कई बैठकें भी की थीं।
खुद को बताता था एडिशनल जनरल
खुद को प्रधानमंत्री कार्यालय में रणनीति और अभियानों का जिम्मा संभालने वाला एडिशनल डायरेक्टर बताने वाले पटेल को करीब 10 दिन पहले गिरफ्तार किया गया था, लेकिन उसकी गिरफ्तारी को पुलिस ने गोपनीय रखा। गुरुवार को मजिस्ट्रेट द्वारा न्यायिक हिरासत में भेजे जाने के बाद यह मामला सामने आया। यह स्पष्ट नहीं है कि उसकी गिरफ्तारी के दिन ही एफआईआर दर्ज की गई थी या वह दर्ज करने में कुछ देरी हुई थी।
पटेल ने फरवरी में की पहली यात्रा
ठग किरण भाई पटेल ने घाटी में पहली यात्रा फरवरी में की। तब उसने हेल्थ रिसॉर्ट्स का दौरा किया था। अर्धसैनिक बल और पुलिस की सुरक्षा के साथ उसके विभिन्न स्थानों की यात्राओं के कई वीडियो हैं। वह पैरामिलिट्री गार्डों के साथ बडगाम के दूधपथरी में बर्फ के बीच से जाता हुआ नजर आ रहा है। वह श्रीनगर में क्लॉक टॉवर लाल चौक के सामने फोटो खिंचवाते हुए भी पाया गया।
वास्तव में यह बहुत ही चिंताजनक है कि एक व्यक्ति इतने दिनों तक ठगी करता रहा और किसी को पता नहीं चला। हमें और हमारी सरकार को सचेत होना चाहिए की हर व्यक्ति की जानकारी पता चले। कितने ही लोगों को उसने ठगा, कितनों को झूठी बातें बताई। इसकी जांच होनी चाहिए उसके साथ कौन-कौन मिला था। भविष्य में ऐसे कांड दोबारा न हो इसका भी ध्यान रखा जाना चाहिए।
( ज्योति)