shabd-logo

कोमलता मत खो देना

9 नवम्बर 2021

11 बार देखा गया 11

ह्र्दयहीनता देख प्रिये तुम , कोमलता मत  खो देना।
दूध सी उजली मुस्कानों को,शुष्क ह्र्दय में बो देना।


तेरे  होठों की  लाली से ,  उषा का  अवतरण हुआ।
तेरी जुल्फों की रंगत से ,ज्योति का अपहरण हुआ।
तेरे नैन में पलती खुशियाँ  , कभी कहीं मत रो देना। 

ह्र्दयहीनता  देख प्रिये तुम, कोमलता मत खो देना।

पाता है रवि रौनक तुमसे,  चाँद- सितारे  शीतलता।
पवन सुगंध हिरण चंचलता, रसिक नयन को मादकता।
संवेदन  से शून्य  जगत को ,  बन  सकता जो वो देना।

ह्र्दयहीनता  देख  प्रिये  तुम ,  कोमलता मत  खो देना।

तेरी  प्रेरणा  से  ही मैंने,  कर में  कलम उठाया है।

प्यार तुम्हारा तम में लौ बन, मंजिल मार्ग दिखाया है।
दिल का  एक भरोसा तुम हो , दिल टूटे ना  वो देना।

ह्र्दयहीनता  देख  प्रिये तुम , कोमलता मत खो देना।

---- सतीश मापतपुरी

7
रचनाएँ
थमते कदम आ जाइए
0.0
इसमें गीत ग़ज़ल और गीतिका का संग्रह है।
1

चारुलता सी

9 नवम्बर 2021
0
0
0

<p>चारुलता सी पुष्प सुसज्जित, चंद्रमुखी तन ज्योत्स्ना।<br> खंजन- दृग औ मृग- चंचलता, मानो

2

कोमलता मत खो देना

9 नवम्बर 2021
0
0
0

<p>ह्र्दयहीनता देख प्रिये तुम , कोमलता मत खो देना।<br> दूध सी उजली मुस्कानों को,शुष्क ह्र्दय म

3

केवल समीक्षा करो

9 नवम्बर 2021
1
1
2

<p>ना अपेक्षा करो ना उपेक्षा करो ।</p> <p>अपने’ कर्मों की’ केवल समीक्ष

4

कैसे कहें वफ़ा में गिरफ़्तार नहीं

9 नवम्बर 2021
2
1
2

<p>माना तुम्हारे प्यार के हक़दार हम नहीं ।</p> <p>कैसे कहें वफ़ा में गिरफ़्तार हम नहीं ।<br

5

दिल के जज़्बात

14 नवम्बर 2021
0
0
0

<p>यूँ न खेला करो दिल के ज़ज्बात से</p> <p>ज़िन्दगी थक गयी ऐसे हालात से।</p>

6

शब के धोखे में चँदा उतर आएगा

16 नवम्बर 2021
0
0
0

<p>तुम खुले केश छत पे न आया करो,</p> <p>शब के धोखे में चँदा उतर आएगा ।</p> <p>बेसबब दाँत &nbsp

7

भूख

27 नवम्बर 2021
0
0
0

<p><br></p> <p>भूख</p> <p>कोई पकवान खाये या रोटी नमक, <br> पेट भरता नहीं भूख जाती

---

किताब पढ़िए

लेख पढ़िए