"तुम से ज्यादा ताकतवर कोई नहीं हैं । सबसे बड़ा योद्धा माँ होती है "
KGF मूवी के इस डायलॉग से तो वे सभी लोग परिचित होंगे जिन्होने यह मूवी देखी है । लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि कितनी गहराई है इस कथन में??
माँ! एक छोटा सा शब्द! लेकिन ऊँचा इतना कि आसमाँ भी नीचा पड जाए! गहरा इतना कि सागर भी उथला लगने लगे।
माँ! खुदा का दूसरा रूप। जो जरुरत पड़ने पर पत्थर से भी कठोर और जरुरत पड़ने पर रूई से भी ज्यादा मुलायम हो जाती है। जिसकी ममता अथाह है । जिसका प्रेम अनंत है।
चलिये अब ये जानते हैं कि कोमल हृदयी माँ को योद्धा क्यों कहा गया है??
माँ में वो ताकत है जो एक साधरण बालक को देवता बना सकती है । माँ के पास वो ताकत है जो किसी कायर बालक को बलवान बना सकती है । माँ के पास वो शक्ति है जो विधि का विधान बदल सकती है इसीलिए माँ को इस दुनिया का सबसे बडा योद्धा कहा गया है ।
मैं अपनी ही बात करुँ कि मैं इतनी अलग क्यों हूँ? कैसे मैं इतनी खिलाफत कर पाती हूँ?कैसे मैं हर गलत चीज का विरोध करने में सक्षम हूँ? ये सवाल और ऐसे ही कई अनेक सवालों का जवाब सिर्फ एक है- मेरी माँ की वजह से। उसके संस्कारों और उसके आदर्शों की वजह से!
मेरी माँ ने बचपन से आज तक कभी मुझमें और मेरे भाईयों में भेदभाव नहीं किया। मेरी माँ ने मुझसे आज तक कभी यह नहीं कहा कि ये काम लडकियों के हैं और ये काम लड़कों के । मुझे कभी नहीं कहा कि तुम ऐसे कपड़े नहीं पहन सकतीं या ऐसे बाल नहीं रख सकतीं। मुझे उन्होने हर काम में स्वतंत्रता दी है चाहे हो वो पढ़ाई हो या कुछ और!
मेरे आदर्श भगत सिंह हैं । ये सुनकर भी कई लोग आश्चर्य करते हैं । हाँ! इसका भी कारण है - मेरी माँ ! मेरी माँ ने मुझे कभी सीता या सावित्री के उदाहरण नहीं दिए। वो मुझे हमेशा स्वामी विवेकानंद, भगत सिंह और कलाम साहब जैसे लोगों का उदाहरण देती हैं । वो मुझे कहती हैं कि जो लड़कियाँ देश का नाम ऊँचा कर रही हैं, वे आसमाँ से नहीं उतरी हैं । वे भी तुम्हारी तरह हैं । जब वो कर सकती हैं तो तुम क्यों नहीं ।
मैं जो आज इतनी स्वंत्रतापूर्वक अपने विचार आप लोगों के सामने रख पा रही हूँ, इसका कारण भी मेरी माँ ही हैं । उन्होने मुझे हर कार्य करने की, अपने सारे शौक पूरे करने की और अपने फैसले अपने आप लेने की स्वतंत्रता दी है ।
मैं गर्व से कह सकती हूँ कि मैं आज जो कुछ भी हूँ उसका कारण मेरी माँ हैं और भविष्य में मैं जो कुछ भी बनूँगी उसका भी पहला कारण मेरी माँ होंगी।
******************************************मैं क्यों सुनूँ जो दुनिया कहती है ।
मैं अवतार हूँ ऐसा मेरी माँ कहती है ।।
****************************************** - संध्या यादव "साही "