मेहनत ही दुनिया का सार है
और बिना मेहनत दुनिया निराधार है
हौसला ही मेहनत का नया पहचान है
रुकना नहीं , गिरना नहीं बस मेहनत पहचान है
हर वक़्त पे बस मेहनत की चाहत है
बिन मेहनत खाना भी नसीब नहीं है
सोचता क्यू हार की जीत तेरा नसीब है
बस कर्म की नाव में बैठ के तैरता है
जोश और जुनून की आग सीने में है
हर फासला पार कर मंजिल की राह है
नसीब की खेला , मेहनत में फिका है
वक्त की एक ही चाह मेहनत की राज है
मेहनत से कभी ना घबराना ना डरना है
जोश ए जुनून से बस कर्म साथ बढ़ना है
हिम्मत की आग और जोश नशा सी है
फिर सफलता तुम्हारे मंजिल की चाह है