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मेरी कविता

11 सितम्बर 2021

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आकाश से परे
चल उड़ चले
चले एक 
नयी दुनिया में
प्यार ही प्यार
हों जहां
बसाये वहां
ऐसा एक जहां
फूलों का देश हो
महकता प्यार हो
बहे प्यार
की नदियां वहां
बरसे मोहब्बत का
झरना जहां
ना बंधन
ना मर्यादा
ना सीमाएं
हो कोई
खुल के मिले
दो दिल जहां
आकाश से परे
चल उड़ चले
 
प्रिया 🖊️
प्रवीण कुमार शर्मा

प्रवीण कुमार शर्मा

बहुत खूब लिखा।

12 सितम्बर 2021

Priya Kamboj priya

Priya Kamboj priya

ज़ी शुक्रिया 🙏

11 सितम्बर 2021

Shailesh singh

Shailesh singh

सुंदर रचना👌👌👌

11 सितम्बर 2021

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