नैना के फ्लैट के सामने फ्लैट पर मिसेज आरती और मिस्टर अथर्व रहते थे जिनसे नैना और शिवांश की अच्छी दोस्ती थी नैना को लेकर वह दोनों पुलिस स्टेशन आते हैं ,साथ में कोमल भी आती है ।
आरती और अथर्व इंस्पेक्टर मेहरा के पास बैठ कर बातें करते रहते हैं ।कोमल नैना के पास बैठी रहती है, नैना लगातार रोती रहती है ,कोमल उसे चुप कराने की कोशिश करती है ।
इंस्पेक्टर मेहरा आरती और अथर्व से कहते हैं कि हो सकता है कि शिवांश अपने किसी रिश्तेदार या फिर किसी दोस्त के यहां चले गए हो ???
आरती बोली वो जहां जहां भी जा सकते थे नैना के साथ मैंने खुद सारी जगह पर फोन किया पर किसी को भी शिवांश और। आरव के बारे में कुछ भी पता नहीं ऊपर से सीसीटीवी फुटेज चेक किया और सिक्योरिटी गार्ड वाली से भी पूछा ,,,,,
लेकिन किसी ने भी शिवांश को बाहर जाते नहीं देखा अथर्व बताता है कि, सर एक दो महीने पहले शिवांश के पैर का एक्सीडेंट हो गया था, तो उनको चलने फिरने में काफी तकलीफ थी।।
ऐसे में अकेले कहीं जा पाना नामुमकिन सा लगता है।
इंस्पेक्टर मेहरा पूछते हैं, कि आदमी और बच्चा एक ही टाइम पर गायब हुए हैं क्या??
तो मिस्टर "अथर्व "ने कहा नैना जब ऑफिस से आई तब उसने मुझे इस बारे में बताया कि दोनों मिसिंग है , इंस्पेक्टर मेहरा इंस्पेक्टर सौम्या को बुलाकर उनसे कहते हैं।
वह जो लड़की बैठी है, उसके पति और बच्चा मिल नहीं रहे हैं अच्छे से पूछताछ करके कंप्लेंट दर्ज कर लो इंस्पेक्टर सौम्या नैना कीओर देखते हुए कहती है,
"सर' आज सुबह से दो बार यह लड़की मुझे चकमा दे चुकी है और यह वही लड़की जो गाड़ी चला रही थी कार को गलत रास्ते से निकाला था।
और मेरे पीछा करने पर तेजी से भाग निकली इंस्पेक्टर बदहवास रोते हुए नैना की ओर देखकर कहते हैं। आप पहले कम्प्लेन फाइल करिए ,,, मिस सौम्या बाद में इसकी जांच भी की जाएगी ,
नैना और कोमल फ्लैट में अकेले रहती हैं ।तभी इंस्पेक्टर के साथ पुलिस की पूरी फोर्स आती है, और नैना के दरवाजे पर नांक करती है।
कोमल उठकर दरवाजा खोल देती है ,पुलिस को देखते ही कोमल नैना से कहती है मैडम पुलिस आई है ।गाउन पहनकर नैना अंदर से बाहर ड्राइंग रूम में आती है । तो लेडी इंस्पेक्टर सौम्या नैना से कहती है मैडम कपड़े बदल कर आइए पुलिस स्टेशन चलना है।
नैना पुलिस वालों से पूछती है आखिर बात क्या है? शिवांश और आरव मिल गए क्या ? इंस्पेक्टर सौम्या बोली जो कुछ भी बताना है ,या पूछना है, हम पुलिस स्टेशन में पूछेंगे आप बस मेरे साथ चलिए नैना कपड़े चेंज करके बाहर आती है।
तो एक पुलिस वाले से इंस्पेक्टर सौम्या बोली फ्लैट को सील कर दीजिए और नैना का फोन सर्विस लाइन में लगा दीजिए नैना को लेकर जब पुलिस वाले जाते हैं तो पूरे अपार्टमेंट के लोग तरह-तरह की बातें करने लगते हैं।
लेकिन कुछ लोग इंस्पेक्टर से कहते हैं नैना और शिवांश दोनों बहुत अच्छे पड़ोसी हैं, उन्हें किसी से कोई लेना देना नहीं था अपने काम से काम रखते थे और दोनों में काफी प्यार था।
पुलिस वाले नैना को लेकर नैना के ऑफिस पार्किंग एरिया में ले जाते हैं ।जहां उसकी गाड़ी खड़ी रहती है। इंस्पेक्टर सौम्या बोली यही वही गाड़ी है, ना जो तू चला रही थी?? नैना बोलती है ,हां तब इंस्पेक्टर डिग्गी खोलकर एक काले रंग का काफी बड़ा बैग दिखाती है जैसे ही बैग इंस्पेक्टर खोलती है।
यह क्या?? इसमें तो शिवांश की बॉडी रखी रहती है ??दूर से ही नैना बैग में झांककर देखती है । और जोर जोर से रोने लगती है ,,इंस्पेक्टर सौम्या पुलिस वाले से कहती है फॉर्मेलिटी के बाद बॉडी को पोस्टमार्टम के लिए भेज दीजिए नैना दहाड़ मार मार कर रोती रहती है।
इंस्पेक्टर सौम्या इंस्पेक्टर मेहरा से कहती है ।"सर "मुझे तो लगता है सुबह ऑफिस जाने के पहले नैना ने शिवांश का कत्ल किया होगा ???
फिर उसकी बॉडी को अपनी गाड़ी की डिक्की में रख लिया इसीलिए वह ट्रैफिक रूल्स तोड़कर भागी क्योंकि उसे डर था कि कहीं किसी ने गाड़ी चेक कर ली तो वह पकड़ जाएगी।
इंस्पेक्टर मेहरा कहते हैं,कि डीजीपी का सख्त आर्डर है की बात किसी भी हालत में लीक नहीं होनी चाहिए केस कुछ अलग लेवल का है ।इसीलिए तो इस केस के लिए ऊपर से फोन आ रहे हैं।
यह केस ऊपर से जितना सिंपल और साधारण लग रहा है उतना है नहीं इंस्पेक्टर मेहरा नैना को अपनी कस्टडी में लेते हैं और उसे बैठा कर उससे पूछताछ करते हैं इंस्पेक्टर मेहरा पूछते हैं ।कि आपकी शादी को भी कितने साल हुए,??
नैना बोली सर एक साल ,,,बच्चा मिस्टर शिवाशं की पहली बीवी से था ना ?? "हा सर" इंस्पेक्टर मेहरा ने कहा आपने एक बच्चे की पिता से शादी किसलिए की ,,नैना बोली हां सर,क्योंकि मैं उस बच्चे से बहुत प्यार करती हूं ।
"सर शिवांश " जब ट्रेनिंग के दौरान हैदराबाद आए थे वही हमारी मुलाकात हुई यह बात तो तुमने पहले भी बताई थी कि तुम बेबी सीटर थी पहले,, तुम्हारे घर पर कौन-कौन है?? कोई नहीं मैं अनाथ हूं यह कहकर नैना रोती है।
इंस्पेक्टर मेहरा बोले नैना बड़ा अच्छा नाम है ,किसने रखा है? तुम्हारा नाम ??नैना बोली सर मेरा नाम रोजी था ,लेकिन बाद में जब शिवांश से मैंने शादी की तो उन्होंने मेरा नाम बदलकर नैना कर दिया ।
इंस्पेक्टर बोले शिवांश को पीने की आदत है, क्या ??नैना बोली नहीं कभी नहीं ? कभी तुम्हें मारा पीटा?? नैना बोली नहीं सर मुझसे बहुत प्यार करते हैं।
इंस्पेक्टर मेहरा ने कहा तुम लोगों के बीच में कोई झगड़ा हुआ था??? नैना बोली नहीं हमरे बीच जल्दी कभी झगड़ा होता ही नहीं था।
गुस्से से अपना हाथ इंस्पेक्टर मेज पर पटकते हुए कहते हैं ।तो फिर क्यों बिना वजह तुमने उसे मार दिया??
नैना रोते हुए कहती है मैंने नहीं माना इंस्पेक्टर , इंस्पेक्टर सौम्या कहने लगी कि देखो नैना तुमने ही शिवांश को मारा है यह बात मुझे अच्छी तरह पता है ।
लेकिन उसको मारने के लिए जो तुमने बंदूक इस्तेमाल की वह तुमको कहां से मिली?? मुझे मेरे प्रश्न का उत्तर दो ?नैना रोते हुए कहती है'' सर मुझे इस बारे में कुछ पता ही नहीं है ।
मेरा यकीन करिए इंस्पेक्टर चिल्लाते हुए कहती हैं तुमने वह गन कहां छुपा कर रखी है नैना बोली मैं सच कह रहा हूं मुझे कुछ भी नहीं पता इंस्पेक्टर मेहरा बोले इसके बारे में हम तुम्हें बताते हैं।
क्या नैना फंस जाएगी या फिर सच्चाई सबके सामने आएगी क्या होग? जानने के लिए पढ़ते रहिए प्यार का प्रतिशोध और हमें समीक्षा करके जरूर बताएं कि हमारी कहानियां को कैसी लगी