नैना आज जल्दी से जल्दी अपने घर पहुंचना चाहती थी, क्योंकि शाम की पार्टी के लिए उसे बहुत सारी तैयारियां करनी थी।
हालांकि पार्टी में उसने किसी को इनवाइट नहीं किया था, लेकिन फिर भी यह दिन उसके और शिवांश के लिए बेहद खास था, इसलिए वह बहुत ही खास तरीके से सेलिब्रेशन करना चाहती थी।
इसीलिए इस बारे में उसने शिवांश को भी कुछ नहीं बताया था और शिवांश ने भी नैना को बिना बताए ही सेलिब्रेशन के लिए काफी कुछ प्लान कर रखा था।
वकील से बातें करते हुए मनप्रीत की नजर नैना की चेहरे की तरफ से आती है नैना काफी परेशान और थकी हुई नजर आती है।
क्योंकि कोमल के ना आने के कारण नैना ने ठीक से नाश्ता भी नहीं किया था ,वैसे भी वह काफी देर से ऑफिस आई और सीधे मिस्टर राजकुमार के गेस्ट को लेने एयरपोर्ट चली गई नाश्ता करने का तो उसे टाइम ही नहीं मिला,,,,
मनप्रीत ने अपने वकील आशीष से पूछा यहां आस-पास खाने के लिए कुछ अच्छा मिलता है आशीष बोला मैं तो वैसे बाहर का कुछ खाता ही नहीं हां फलों का जूस पी लेता हूं।
मनप्रीत उसकी ओर देख कर हंसता है और कहता है अबे गधे,,,, मैंने तेरे लिए नहीं पूछा वह जो मैडम खड़ी है ना उनके लिए पूछा आशीष मुंह बनाते हुए कहता है।
वैसे धूप बहुत तेज है अगर मुझे भी जूस पिला देंगे तो मैं मना नहीं करूंगा, मनप्रीत हंसते हुए कहता है तू मानेगा नहीं तीन ग्लास जूस आर्डर कर दे,,,,
आशीष मजाक करते हुए बोला अरे! भाई, तीन किसके लिए मैं तो एक ही पीऊंगा मनप्रीत ने कहा ओय मैं भी तेरे साथ धूप में खड़ा हूं और मुझे भी गर्मी लगती है।
बस तू मेरी रजिस्ट्री के पेपर जल्दी से मंगा दे आशीष बोला देख यार मैं तुझसे झूठ नहीं कहूंगा पर तेरी रजिस्ट्री के पेपर आने में अभी दो-तीन घंटे लग जाएंगे,,,
तब तक तुझे और कोई काम हो तो उसे निपटा लें क्योंकि कल सुबह की तेरी फ्लाइट भी है। मनप्रीत बोला चल पहले जूस पीते हैं उसके बाद देखते हैं।
मनजीत नैना को इशारे से अपने पास बुलाता है, पास आते ही नैना पूछती है क्या हुआ? सर आपका काम हो गया हो तो मैं आपको ऑफिस पहुंचा दूं।
मनप्रीत बोला कहां काम हुआ यह इंडिया है, यहां काम आसानी से नहीं होता इतने दिनों से मैंने इस आशीष के बच्चे को बोल कर रखा था फिर भी आने के बाद पेपर भी तैयार नहीं मिले।
अभी भी मुझसे कह रहा है ,कि तीन-चार घंटा लग सकता है अब बताओ मैं 3 घंटे सफर करके राजकुमार के ऑफिस जाऊं और फिर वापस अपने पेपर लेने आऊं इससे अच्छा तो मुझे यही लगता है।
मनप्रीत के इस तरह बोलने पर नैना सवालिया नजरों से उसकी ओर देखती है, नैना को ऐसे देखते देख मंनप्रीत तुरंत बोला अरे यार ,,,चलो अभी तो जूस पीने के बाद बात करते हैं।
नैना बहाने करते हुए कहती है, सर मुझे जूस नहीं पीना है मनप्रीत बोला और मैं तुम्हारे बॉस का गेस्ट हूं और उनका फाइनेंशियर सपोर्टर भी तो इस नाते तुम्हें मेरे साथ जूस पीना चाहिए,,
ना चाहते हुए भी बिना मन के नैना जूस शॉप पर मनप्रीत के साथ आती है ।जहां आशीष पहले से खड़ा रहता है, मनप्रीत आशीष का परिचय कराते हुए कहता है।
आशीष ये नैना जी हैं सर आपकी गर्लफ्रेंड मंनप्रीत और नैना एकदम से चौंकते हुए क्या?????, यह अपने राजकुमार की कंपनी में मैनेजर के पद पर कार्यरत है ,और नैना यह आशीष है हमारा वकील हमारी इंडस्ट्री के जितने भी केस होते हैं।
सारे से मोटी मोटी रकम यही निकलवा कर रखता और समय पर कोई काम नहीं करता है।
आशीष मनप्रीत की ओर देखते हुए कहता है क्या सर?? आप भी कुछ भी।
जूस पीते हुए मनप्रीत नैना से कहता है, कि तुम्हारा घर कहां है नैना अपने यह प्रश्न सुनकर थोड़ा हिचकिचाई और फिर बात टालते हुए कहती है।
सर यहां से काफी दूर पड़ता है, मेरा घर मनप्रीत बोला अरे !उस सोसाइटी का कोई नाम तो होगा नैना बोली जी गोल्फ सिटी सेंटर,,,,
गोल्फ सिटी सेंटर का नाम सुनते ही मनप्रीत चहकते हुए कहता है, अरे !उसमें मेरा भी फ्लैट है नैना आश्चर्य से उसकी ओर देखते हुए कहती है सर आप तो,,,,,
हां मै लंदन में रहता हूं, इसका मतलब यह नहीं इंडिया में मेरी कोई प्रॉपर्टी ही नहीं है ,तुम्हें शायद पता नहीं पूरे वर्ल्ड में 24 जगह मेरे रेस्टोरेंट है।
वैसे तुम्हारा फ्लैट किस फ्लोर पर है। नैना बोली सेकंड फ्लोर पर मनप्रीत बोला मेरा तो फर्स्ट फ्लोर पर उसी को बेचने के सिलसिले में तो यह मिस्टर आशीष से मिलने आया हूं।
नैना मंनप्रीत से नॉर्मल ही पूछती है, पर आप उसे बेचना क्यों चाहते हैं?? मनप्रीत बोला पापा के लिए खरीदा था पापा तो अब इस दुनिया में रहे, नहीं ,
तो खाली फ्लैट्स होने का कोई मतलब नहीं और पैसे के मामले में हर व्यक्ति को एक्टिव होना ही चाहिए?? तभी वह आगे ग्रोथ कर सकता है।
क्या होगा ?जब मनप्रीत नैना के घर जाने की जिद करेगा और नैना उसे अपने साथ शिवांश के सामने खड़ा करेगी।
आगे जानने के लिए पढ़ते रहिए प्यार का प्रतिशोध,,,, और समीक्षा करके हमें जरूर बताइए हमारी यह कहानी आपको कैसी लग रही है।