मिस्टर सुब्रमण्यम की बातें हर कोई आश्चर्य चकित होकर सुन रहा था नैना के भोले भाले चेहरे के पीछे इतना बड़ा शातिर इंसान छुपा होगा यह तो किसी ने कल्पना भी नहीं की थी।
मिस्टर सुब्रह्मण्यम बोले जब हमारे आदमी नैना को किडनैप करने वाली गाड़ी का पीछा करते हुए उसके ठिकाने तक पहुंचते हैं ।
तो वहां बहुत सारे लोगों से उनकी मुठभेड़ होती है। जिसके चलते मौका पाकर नैना वहां से भाग जाती है, लेकिन इससे यह बात तो क्लियर हो गई कि नैना को बचाकर ले जाने वाला और कोई नहीं उसका क्राइम पार्टनर ही है।
लेकिन अब तक मुझे यह समझ में नहीं आया कि क्या वह भी इस क्राइम में शामिल था या नहीं यह जानने के लिए मैंने नैना का फिर अकेले ही पीछा किया,,,
नैना गाड़ी लेकर भाग तो जरूर गई लेकिन मैं तुरंत उसके पीछे लग गया एक आलीशान बंगले में घुसने के बाद नैना सीढ़ियों से ऊपर चली जाती है।
मैं खिड़की के रास्ते उस घर में चुपके से घुस जाता हूं और चारों और छानबीन करने के बाद सोफे पर आराम से बैठ जाता हूं ।
नैना ऊपर से करीब 1 घंटे बाद नीचे उतरती है तो उसके हाथ में कुछ पासपोर्ट और पर्स में पैसे रहते हैं। सीढ़ियों से उतरते समय जैसी ही उसकी नजर मेरे ऊपर जाती है तो वह आश्चर्य और गुस्से से मुझे घूरने लगती है।
अब तक उसे समझ में आ गया था कि मैं उसके पीछे पड़ा हूं? नैना को देखते ही मैंने कहा क्या बात है? नैना अग्रवाल लगता है बहुत दूर जाने की तैयारी चल रही है ?अब तक नैना को यकीन नहीं था कि मैं उस तक पहुंच भी सकता हूं।
मैंने नैना को बताया तुम नैना तो हो नहीं,कश्मीर में "राखी ठाकुर "हैदराबाद में "रजिया फातिमा" गोवा में "क्रिस्टीना लूथरा और दिल्ली में "नैना अग्रवाल "इन 4 सालों में 4 शादियां और 3 मर्डर इंश्योरेंस में अब तक हासिल किए गए पूरे बारह करोड़ रुपए,,,
नैना गुस्से से मुझे देखते हुए कहती है कौन हो तुम?? क्या चाहिए तुम्हें?? मैंने नैना से कहा तुम्हारे पहले प्रश्न का उत्तर ??मैं एक इन्वेस्टिगेशन ऑफिसर हूं ।पिछले 2 सालों से एक बेहद पेचीदा केस के पीछे न जाने कहां भटका तुम जैसे शातिरों को पकड़ने के लिए,
तुम्हारे दूसरे प्रश्न का उत्तर है ,मुझे क्या चाहिए ??मुझे नैना चाहिए ?जो तुम हो सॉरी रिबेका ओरिजिनल नाम है ना तुम्हारा??
क्यों कोलकाता की एक बहुत ही पुराने रजिस्टर से तुम्हारे असली नाम का पता चला और हां तुम्हारे हाथ में दो पासपोर्ट दो टिकट इसका मतलब तुम्हारे साथ कोई और भी है।" क्राइम फॉर लव" मैं यहां उसी को ढूंढते हुए आया हूं ,क्योंकि तुम्हारे बारे में तो मैं श्योर था।
कौन है वह आदमी जो तुम्हारा साथ दे रहा है?? यह कहते हुए जैसे ही मैं नैना के थोड़ा करीब आता हूं नैना गुस्से से भरी हुई आंखों से मेरी ओर देखती है ।मैं उससे पूछता हूं कौन है आखिर वह जो तुम्हारे जुर्म में तुम्हारा साथ दे रहा है।
नैना सुब्रमण्यम की ओर देखते हुए हंसने लगती है ,उसे हंसता देख सुब्रमण्यम गुस्से से अपनी मुट्ठी बांध लेता है नैना बोली तुमने कहा मेरे चार हस्बैंड थे ,।
जबकि मेरा केवल एक ही हस्बैंड है ,और बस वही ,वही मेरी आत्मा है, वही मेरी लाइफ है और वही मेरा सबकुछ है तभी सीढ़ियों से किसी के उतरने की आवाज आती है।।सुब्रमण्यम की नजर सीढ़ियों की तरफ जाती है।
तो यह क्या ?? कोमल को सीढ़ियो उतरते देख सुब्रमण्यम हैरान और आश्चर्यचकित होकर नैना की ओर देखने लगता है कोमल अचानक से अपने लड़कियों वाले कपड़े उतार कर टी शर्ट और जींस में नीचे उतरती है।
नीचे आकर सीढ़ियों पर बैठ जाती है ।उसे देखकर सुब्रमण्यम हैरान हो जाता है और उसके मुंह से निकलता है कोमल,,,,, तुम कोमल कहती है।
कोमल नहीं कैटरीना ,कैटरीना अलेक्जेंड्रा यही मेरा असली नाम है। और हां मैं सिर्फ भोजपुरी ही नहीं बहुत सारी भाषाएं जानती हूं ।
फिर अचानक से सुब्रमण्यम के सामने ही दोनों एक दूसरे के गले लग जाती हैं ।उन्हें इस तरह देखकर मिस्टर सुब्रमण्यम को सारी बातें समझ में आने लगती है ।फिर आगे आकर कैटरीना कहती है हां हम दोनों क्रिमिनल हैं।
लेकिन हमारी गलती क्या है ?पता है आपको?? हमारी गलती क्या है? पता है ? यह कहकर कोमल चीखने लगती है। फिर अपना सिर पकड़कर तेज आवाज में कहती है।
हमारा एक दूसरे से प्यार करना ही हमारी सबसे बड़ी गलती है। कोलकाता के एक मिशनरी जिसमें हम सब अनाथ बच्चे रहते थे,सेंट मेरिज से हमारा प्यार शुरू हुआ था ।
हम दोनों साथ साथ रहती साथ साथ खेलती और हमेशा सारे काम भी साथ-साथ करती हर कोई मिशन में अपनी-अपनी बेड पर सोता पर हम दोनों एक साथ एक बेड पर काफी देर तक बातें करते पर एक दिन हम लोगों को मिशनरी वालों ने मिशनरी से बाहर निकाल दिया।
और उन्होंने हमारे ऊपर इल्जाम लगाया कि अगर हम ऐसी लड़कियों को रखेंगे तो हमारे यहां की सारी लड़कियां बिगड़ जाएंगी
हमारा प्यार उनकी नजरों में शादी के नाम पर एक धब्बा था । हम दोनो हमारी जिंदगी एक साथ बिताना चाहते थे इस समाज में स्वतंत्र होकर आजादी से जिंदगी बिताना पर हमें हर जगह से अपमान ही मिला।
2011 में हरियाणा कोर्ट में आर्डर आने के बाद उसी कोर्ट जाकर हम दोनों ने शादी कर ली पर उस रात हमारी जिंदगी में क्या कहर आया आपको पता भी है।
हम दोनों अपने कमरे में आराम से सो रहे थे तभी कुछ लोग हमारे बेडरूम में घुस आए उन्होंने हमारे बाल काटे और हमारे कपड़े भी फाड़ दिए और हमें जूते की माला पहना कर बुरी तरह से मारा और खाप वालों ने हमें वहां रहने नहीं दिया बोले तुम लोग गंदगी फैला रही हो।
हमने पुलिस की मदद मांगी हमने कहा सर" प्लीज" हमको इन लोगों से बचा लीजिए ये लोग मुझे मार डालेंगे पुलिस वालों ने भी सबके सामने हमारे पूरे कपड़े निकाल दिए।
पूरे भरेसमाज में एक भी कपड़े बदन पर ना होने पर एक लड़की के मन में क्या बीती है वह आप लोग नहीं समझ सकते गली के कुत्ते के साथ भी कोई ऐसा गंदा व्यवहार नहीं करता जैसा उस दिन हम लोगों के साथ हुआ??
हमने पुलिस के पास जाकर कंप्लेन की हमारी मदद करने वाली हमारी पुलिस और हमारे कानून ने हमारी इज्जत उतार दी,,,
तो क्या नैना की बातें सुनने के बाद मिस्टर सुब्रह्मण्यम का हृदय पसीजा जाएगा ??या फिर वह नैना से उसके किए का बदला लेंगे? जाने के लिए पढ़ते रहिए प्यार का प्रतिशोध,,,