मिस्टर सुब्रह्मण्यम नैना के साथ कोमल को देखकर हैरान हो जाते हैं। उन्हें यह समझ ही नहीं आता की दो लड़कियां मिलकर इतनी शातिराना हरकतें कैसे कर सकती हैं ??
लेकिन जब कोमल उन्हें अपनी कहानी सुनाने लगती है तो उसे सुनकर उनके सामने कई चौंकाने वाले खुलासे होते हैं।
कोमल आगे कहती है, जब हमारे साथ इतना बुरा बर्ताव हुआ हम कहीं रहने और किसी के सामने नजर उठाने लायक ही नहीं रहे।
हर कोई हमें गंदी नजर से देखता था, और आते जाते दो चार गालियां देता था उन्हें लगता था कि हमारे साथ रहने से समाज में गंदगी फैल रही है।
एक लड़की का एक लड़की के साथ संबंध समाज को कैसे मान्य हो सकता है? ,जबकि सदियों से संबंध स्त्री और पुरुषों का ही चलाआ रहा हो तो ।
तब हम दोनों लोगों ने मिलकर डिसाइड किया कि हम ऐसी जगह जाएंगे जहां में कोई नहीं जानता हो।
लोग हमारी इज्जत करें लेकिन इन सब के लिए हमें पैसे चाहिए थे ?और नई जगह पर बिना किसी आइडेंटी के मुझे और नैना को काम भी नहीं मिल रहा था।
तब हम लोगों के दिमाग में एक प्लान आया और फिर हमारा खेल शुरू हो गया ,, एक झूठी कहानी जिसके चलते हम ढ़ेर सारा पैसा लाते और सुख से जीवन व्यतीत करते,,
उसके लिए सबसे पहले हमने कश्मीर को चुना चूंकि रेबेका (नैना) बेहद खूबसूरत थी इसलिए वहां पर भी रेबेका ने ही शादी की और मैं उसके साथ उसकी दोस्त बन कर रह रही थी ।
किसी तरह एक साल बीता तो रेबेका की फर्स्ट मैरिज एनिवर्सरी वाले दिन हम लोगों ने उसके हसबैंड को केक में जहर देकर मार डाला ।
केक में जो ड्रग था उससे पोस्टमार्टम में रेबेका के पहले पति की मृत्यु एक नॉर्मल अटैक के चलते हुए, इसलिए जब हमने इंश्योरेंस कंपनी को क्लेम किया तो किसी को किसी भी तरह का शक नहीं हुआ,,, जिसके चलते हमारी हिम्मत और हौसला बढ़ता गया,,,
और फिर हम दोनों साथ रहने लगे जब तक हम लोगों के पास पैसे थे हम लोगों ने काफी अच्छी जिंदगी गुजारी लेकिन हमें फि पैसों की जरूरत पड़ी तो फिर से रेबेका (नैना) ने दूसरी शादी की हमने उसका भी वही हाल किया जो उसके पहले हस्बैंड का हुआ था।
हमें कोई अलग नहीं कर सकता था। हम दोनों हमेशा साथ रहती और एक दूसरे से हस्बैंड वाइफ की तरह ही प्यार करते अब हम दोनों एक दूसरे की जरूरत बन गए थे ।
जब पैसा आड़े हाथों आता तो हम इसी तरह पैसा मैनेज कर लेते इसी तरह तीसरी शादी करने के बाद भी हम लोग इंशोरेंस के पैसे लेकर फरार हो गई, लेकिन चौथी शादी के बाद उस दिन शिवांश अग्रवाल के केक में जहर था उसको कट करने के पहले ही वह केक तुमने गिरा दिया
पता नहीं जानबूझकर या गलती से लेकिन तुमने हमारा सारा प्लान खराब कर दिया ।
हम दोनों आजादी और साथ रहना चाहते हैं, इसके बीच जो भी आएगा उसे हम हमेशा हमेशा के लिए खत्म कर देंगे।
उन लोगों की कहानी सुनने के बाद सुब्रमण्यम बोले देखो तुम्हारा प्यार तुम्हारी जिंदगी ,तुम्हारी लाइफ और यह तुम्हारी शादी है।
बीते दिनों जो तुम लोगों के साथ जो कुछ भी हुआ ,वह ऐसा होना नहीं चाहिए उसके लिए मैं गलती महसूस कर रहा हूं पर चाहे जो भी हो, तुमने गुनाह तो किया है, और जिसकी सजा तुम्हें मिलेगी जरूर,,
यह इस देश का कानून है, जो गुनाह करेगा उसे सजा मिलेगी ही मिलेगी नैना और कोमल दोनों एक साथ बोलती है कैसा कानून???
कैसा धर्म? मैंने तो कब का धर्म और कानून छोड़ दिया मेरा कानून हम दोनों खुद बनाते हैं। सुब्रमण्य उन्हें समझाते हुए कहते हैं ।
प्लीज" मेरे साथ आ जाओ और अपने आप को मेरे हवाले कर दो तो मैं तुम्हें कोर्ट में पेश करके तुम्हारी सजा कम करा दूंगा??
सुब्रमण्य की बातें सुनकर कोमल मुस्कुराते हुए कहती है। मुझे गुस्सा मत दिलाओ वरना मैं तुम्हारे साथ क्या करूंगी??7 वो तुम सोच भी नहीं सकते।
और सुब्रमण्यम पर कराटे से फायटिग शुरु करती है। सुब्रमण्य उसकी पकड़ से अपने आप को छुड़ाने की बहुत कोशिश करता है।
लेकिन कोमल बड़ी ही फुर्ती से सुब्रमण्यम को उठाकर पटक देती है। जब तक कि सुब्रमण्यम सम्भल पाते बीच-बीच में नैना भी कोमल का सपोर्ट करती है ।
और फिर अचानक से एक कस के घूसा सुब्रमण्यम के मुंह पर लगता है और वह बेहोश हो जाते हैं।
नैना और कोमल उन्हें कुर्सी से बांधकर अपने सामने बैठा देती हैं ।कोमल नशे का इंजेक्शन सुब्रमण्यम को दिखाती है ,जिसे देखकर सुब्रमण्यम को अंदर से डर लगने लगता है ।
क्योंकि वह समझ जाते है, कि इस इंजेक्शन में वही ड्रग् होगा जिसको केक में देकर इन लोगों ने अब तक जाने कितने लोगों को मारा कोमल कहती है ।
अगर यह तुम्हारे शरीर में एक बार पहुंच गया तो 5 मिनट के बाद तुम्हारी मृत्यु हो जाएगी और पोस्टमार्टम में ऐसा लगेगा कि तुम्हें हार्ड अटैक आया है।
यह इंजेक्शन किसी भी लैब में नॉर्मल मौत ही दिखाता है ।यह सुनकर सुब्रह्मण्यम बोले थैंक यू वेरी मच पिछले 2 सालों से मैं यही जाने की कोशिश कर रहा था।कि आखिर वह कौन सा ड्रग है जो तुम लोग इंजेक्शन में मिलाती हो ,,,
अच्छा है इस बात का पता मेरे आदमी खुद ब खुद लगा लेंगे क्योंकि मेरे यहां आने की खबर पूरे मेरे डिपार्टमेंट को है तुम लोग तो किसी भी कीमत पर नहीं बचोगी,,,,
चलो अब खेल की शुरुआत करते हैं ऐसा बोलकर सुब्रमण्यम उन लोगों की ओर देखकर कुटिल मुस्कान चेहरे पर लाते है जैसे ही कोमल आगे बढ़कर सुब्रमण्यम को इंजेक्शन लगाने के लिए उसके करीब जाती है ।
सुब्रमण्यम अपने पैर से कोमल के पेट पर तेज से लात मारते है और उसी कुर्सी में बंधे बंधे ही वह दूसरा पैर नैना की ओर घूमा कर मार देते है।
उन तीनों के बीच जबरदस्त मारपीट होती है ,नैना और कोमल दोनों मार्शल आर्ट और कराटे में चैंपियन थी ,सुब्रह्मण्यम के दोनों हाथ बंधे हुए थे इसलिए दोनों भयंकर तरीके से सुब्रह्मण्यम को मारती है ।
लेकिन सुब्रह्मणियम भी दो लोगों पर काबू पा जाते है फिर कोमल एक राड लेकर जाती है , और उसी राड से सुब्रमण्यम के ऊपर वार करती है।
लेकिन सुब्रमण्यम कुर्सी सहित कूद जाते है ,और उल्टा कोमल फर्श पर गिर पड़ती है, गिरने पर सुब्रमण्यम अपने हाथ खोल लेते है, कोमल और सुब्रमण्यम की की बहुत देर तक लड़ाई होती है ।नैना भी बेहोश पड़ी रहती है, लेकिन कोमल अकेले ही सुब्रमण्यम से लड़ती रहती है।
फिर अचानक से एकदम कोमल के हाथ एक गन आ जाती है और कोमल उससे फायरिंग शुरू कर देती है ,सुब्रमण्यम बचते बचाते किसी तरह सारी गोलियों खत्म करवाते है ।
जब सारी गोलियां खत्म हो जाती है तो सुब्रमण्यम कोमल के पास पहुंचकर उसके गाल पर दो-तीन झापड़ देते हुए कहते है।
तुम सोचती हो कि प्यार में सब कुछ जायज है, और जो प्यार में किया जाए वह सही है ??लेकिन नहीं तुम गलत हो इंसानों को मारने में तुम्हें मजा आता है ।
एक मानसिक बीमारी जो तुम दोनों के अंदर है तुम लोग माफी के लायक नहीं हो मैं तुम्हें सजा दिलवाकर रहूंगा और उसके बाद सुब्रह्मण्यम कोमल के ऊपर लगातार घुसे और थप्पड वार करता है।
उसको इतना मार खाया हुआ देखकर नैना गुस्से से सुब्रमण्यम के पास आती है और चीखते हुए कहती हमने तुम्हारा क्या बिगाड़ा है??
सुब्रमण्यम नैना के गाल पर एक थप्हुपड़ देते हुए कहते है ।तुम लोगों ने तीन तीन लोगों की जान ले ली अगर मैं मौके पर आता तो 4 लोगों की और जाने कितने लोगों को तुम मारते अपने प्रेम के रिश्ते को बचाने के लिए ????
सुब्रमण्यम ने उन दोनों को पुलिस के हवाले किया और उस ड्रग को लैब में जांच के लिए भेज दिया ।
और पुलिस वालों के सामने उन्होंने नैना और कोमल बताया वह जैसा चाहे वैसा जी सकती थी हमारे कानून में इन सब लोगों को संरक्षण दे दिया गया है।
हां मैं मांगता हूं उनके साथ गलत हुआ ?लेकिन फिर भी कातिल से सहानुभूति दिखाने की बजाय मैं उनके साथ हूं जिनका खून हुआ उन्हें इंसाफ दिलाना मैं ज्यादा जरूरी समझता हूं क्योंकि न्याय ही धर्म है।
उसके बाद सुब्रमण्यम पुलिस को बताते हैं 2 फरवरी 2022 में हरियाणा के जींद में दो लड़कियों की शादी हुई उसमें रेबेका और क्रिस्टीना भी थी रेबेका ने अपने जैसे न जाने कितने लोगों की शादियां करवा दी,,,
और जिस दिन उनके साथ अत्याचार हुआ जनवरी 27 उसको उन्होंने बदले का दिन घोषित कर दिया हर एक की मौत पर खुशियां मनाई मरने वाले की लाशों के साथ ही लोगों ने पार्टियां की मानसिक रूप से बीमार नहीं तो और क्या कहेंगे???
इससे इनके दिमाग में चल रहे क्रिमिनल प्लान का भी पता चलता है। ये नॉर्मल लड़कियां तो थी नहीं उसके बाद सुब्रमण्यम बोले मेरा केस सॉल्व हुआ मैं आप लोगों केसपोर्ट के लिए आप लोगों को धन्यवाद देता हूं ।
जैसे ही मिस्टर सुब्रमण्यम थाने से बाहर निकलते हैं।वैसे ही शिवांश के साथ आरव पुलिस स्टेशन मिस्टर सुब्रमण्यम (मनप्रीत) से मिलने आता है ।
उसे देखते ही आरव उनकी गोद में चढ़ जाता है ,और कहता है मनप्रीत मामा आप पुलिस वाले हो ??
सुब्रमण्यम बोले नहीं मैं पुलिस वाला नहीं हूं मैं तो पुलिस वालों से मिलने आया था, पर आप यहां कैसे आरव बोला मेरी मम्मा खो गई हैं ?मैं अपने डैडी के साथ उनकी गुम होने की रिपोर्ट लिखाने आया था।
आप पुलिस वाले अंकल से कह देना क्यों मेरी मम्मा को बहुत जल्द ढूंढ लेंगे
उनके बिना मुझे अच्छा नहीं लगता और कोमल आंटी भी आजकल नहीं आ रही है सिर्फ हम और पापा ही घर पर रहते हैं ।
सुब्रमण्यम आरव। की ओर देखते हुए कहते हैं मैं बहुत जल्द ही तुम्हारी मम्मा को ढूंढ कर लाऊंगा अभी मेरा टाइम हो गया है अब मैं चलता हूं।
सुब्रमण्यम जेब से कुछ चॉकलेट निकालकर आरव को देते है। तब से शिवांश सुब्रमण्यम के पास आकर कहते हैं सर थैंक्यू मुझे और आरव को सेफ रखने के लिए और हमारी जान बचाने के लिए,,,,
सुब्रह्मणियम बोले अरे "शुक्रिया "तो मुझे आपका करना चाहिए आपके सपोर्ट के कारण 2 साल से जो केस में सॉल्व कर रहा था आज सॉल्व कर पाया और जिसके चलते हम इतने बड़े कातिल को पकड़ पाए,
शिवांश बोला अरे "सर" यह तो आपका बड़प्पन है !सुब्रमण्यम हंसते हुए शिवांश से कहते हैं तो आगे का क्या प्लान है ??फिर से शादी करनी है।
शिवांश बोला अभी तो मैं इस शादी से ही नहीं उबर पाया सुब्रह्मण्यम ने कहा अब जब भी शादी करिएगा लड़की की पुलिस वेरिफिकेशन जरूर करा लीजिएगा ??और मुझे इनवाइट जरूर करिएगा शिवांश ने सुब्रह्मण्यम का हाथ अपने हाथों में लेकर कहा" अरे सर" यह भी कोई कहने वाली बात है।
नैना और कोमल जेल में अपने किए की सजा भुगत रही हैं। अपने प्यार को पाने के लिए वह "प्रतिशोध" की आग में अंधी हो गई थी जिसके चलते ना तो उन्हें प्यार मिला और ना ही समाज में इज्जत और लोगों का खून करने के बाद उनकी अपनी खुद की आत्मा भी मर गई,,
आप कहानी पढ़ने के बाद हमें जरूर बताइएगा कि "प्यार का प्रतिशोध "आपको कैसी लगी अपनी समीक्षा जरूर करिएगा समाप्त 🙏