shabd-logo

देश और नकली नोट

3 जनवरी 2023

25 बार देखा गया 25


article-image

किसी भी देश के लिए मुद्रा मायने रखता है । मुद्रा के द्वारा ही हम वो चीज पा सकते है जो हमारे पास नही है । हर व्यक्ति सभी तरह के वस्तुओं का निर्माण नही कर सकता है उसे दूसरे लोगो पर निर्भर रहना पड़ता है ।जिसमे रुपया का महत्वपूर्ण योगदान है । मुद्रा की खोज ने आदमी के जीवन को आसान कर दिया है ।पैसो के बल पर वह मन चाहे स्थान पर जा सकता है अपना व्यवसाय कर सकता है । जो वस्तु हम उत्पादन नही कर सकते या हमारे पास अधिक मात्रा में है उसे आयात व निर्यात करके प्राप्त कर सकते है ।सभी देशो की अलग-अलग मुद्राए है। भारत की मुद्रा रुपया है ।

भारत में दस रुपये तक की सिक्के मिल जायेंगे । 5,10 20,50,100,200,500 व 1000 के नोट सरकार ने जारी किये है । 2000 के नोट भी जारी किए थे जो अब कम दिखाई देते है । आम जनता सरसरी तौर पर नोट के विषय में जानते व पहचानते है यदि हुबहू नकली नोट दे दिया जाए तो वह पहचान नही सकता । इस कारण भारत में नकली नोट बनना शुरू हो जाता है । कुछ लोग मशीन की सहायता से नकली नोट छापना शुरु कर देते है। मार्केट में उसे चलाते है लोगो के पास इतना समय नहीं कि वह पहचान कर सके यदि पहचान भी ले तो फसने के चक्कर में उसे आगे खिसका देते हैं । इस तरह मार्केट में नकली नोट का कारोबार चल पड़ता है । अधिकतर 200,500 व अधिक रकम छापते हैं जो अधिक पूँजी संग्रह करे। लालच के कारण लोग इस व्यवसाय में धंसते जाते हैं ।

अधिकांश लोगो को असली नकली की पहचान नहीं है । इसमें व्यापक प्रचार और प्रसार की आवश्यकता है यह बैंक कार्यालय तक ही सीमित न रह जाए । लोग नोट के अंदर छिपे बातो को जाने।सेम्पल के माध्यम से जागरूक करना चाहिए ।

जब नकली नोट का प्रचलन ज्यादा होता है तो देश की अर्थव्यवस्था पर असर होता है । लोग उस रुपये को लेने से कतराते है । जिससे व्यापार में बाधा उत्पन्न होती है । सरकार के प्रति जनमानस का रवैया नकारात्मक होता जाता है । ऐसे में नक्सलवाद व आतंकवाद इस मौके का फायदा उठाते है देश को खोखला कर सकते है।

आरबीआई की रिपोर्ट बताती है कि 2020-21 में 2.08 लाख से ज्यादा नकली नोटों की पहचान हुई थी, जबकि 2021-22 में 2.30 लाख नकली नोट पहचाने गए थे.

नेशनल क्राइम रिकॉर्ड्स ब्यूरो (NCRB) के आंकड़े बताते हैं कि पिछले साल यानी 2021 में 20.21 करोड़ रुपये के 3.10 लाख से ज्यादा नकली नोट जब्त किए गए थे. इससे पहले 2020 में 92.17 करोड़ रुपये के 8.34 लाख नकली नोट पकड़े गए थे. दुसरे देशो से नकली नोट आए है या छप रहे हैं ।

देश के हर नागरिक को जागरूक रहना होगा । इसके विषय में नजदीकी पुलिस को खबर करनी होगी ।

कविता रावत

कविता रावत

बहुत अच्छी जानकारी

4 जनवरी 2023

Jitendra Kumar sahu

Jitendra Kumar sahu

4 जनवरी 2023

Thanks 🙏🙏

15
रचनाएँ
दैनंदिनी जनवरी 2023
5.0
मासिक डायरी लेखन । हम सदा भूत या भविष्य में रमे रहते है ।वर्तमान में कभी जीते नही।नया साल मनाते है केवल एक दिन के लिए जबकि यहाँ हर दिन नया है ।जरा जागे नासमझी को समझे।प्रतिपल जीवन जिए ।
1

भारत में जल विद्युत परियोजना

2 जनवरी 2023
10
1
0

विद्युत के बिना हम जीवन की कल्पना भी नहीं कर सकते हैं । हमारा हर वक्त विद्युत के साथ गुजरता है ।जिस कमरे या ऑफ़िस में घण्टो बैठे रहते है उसमे एक प्रकाश या पंखा तो जरुर आन रहता है । फ्रीज से लेकर

2

देश और नकली नोट

3 जनवरी 2023
4
2
2

किसी भी देश के लिए मुद्रा मायने रखता है । मुद्रा के द्वारा ही हम वो चीज पा सकते है जो हमारे पास नही है । हर व्यक्ति सभी तरह के वस्तुओं का निर्माण नही कर सकता है उसे दूसरे लोगो पर निर्भर रहना पड़ता

3

हरित हाइड्रोजन मिशन

5 जनवरी 2023
1
1
0

दिनो दिन वाहन की संख्या में वृद्घि हो रही है । शहरो में तो हर घर में दुपहिया वाहन पाओगे गांवो में भी अब सभी वर्गो के पास वाहन मिलेंगे। ऐसे में वायु प्रदूषण होने की संभावना बढ़ जाती है । वायु में का

4

लुप्त होती स्वतंत्रता

7 जनवरी 2023
1
1
0

एक गुलामी से आजाद हुए 75 वर्ष हो चुके है । यह एक तरह से जमीन व हक के लिए लड़ाई थी। जो हमारे पूर्वज व देश के क्रान्तिकारियों ने लड़ी । अंग्रेजो के जुल्म से राहत मिली । लोग अपना खेती व्यवसाय करने में

5

नागरिकता संशोधन अधिनियम

8 जनवरी 2023
2
1
0

नागरिक शब्द से आप लोग परिचित है जो तुम्हारे गांव में रहता है वह तुम्हारे गांव का नागरिक कहलाता है ।उसी प्रकार जिले में रहता है जिले का नागरिक कहलाता है ।तुम जिस राज्य में रहते हो उस राज्य के नागरि

6

हिन्दी दिवस

10 जनवरी 2023
1
3
1

भाषा हूँ लाजवाब शान की। मैं हिन्दी हूँ हिन्दूस्तान की। लोग झूमते कहते हैं हाथी घोड़ा पालकी। जय कन्हैया लाल की । नदी की तरह इठलाती विविध भाषा परिवार बसाती संगम पर मिलत

7

राष्ट्रीय युवा दिवस

12 जनवरी 2023
1
3
3

संसार के समस्त प्राणियो का पहले जन्म होता है बचपन से शुरु होकर जवानी फिर बुढापा आता है । बचपन में हम केवल अपने को सम्भालते हैं हम दूसरो पर निर्भर रहते हैं ।अगले स्टेप में हम सोचने समझने व विचार व्

8

भूस्खलन:प्राकृतिक आपदा

16 जनवरी 2023
2
1
0

हवा,पानी,मिट्टी व पेड़ पौधे हमे प्रकृति से मुफ्त में मिली है। इसके बिना जीवन की कल्पना भी नहीं कर सकते है। हवा जरूरी है हम आक्सीजन से जीवित है जो हवा में समाया हुआ है।किसी अन्य ग्रह में नही है इक्क

9

पेपर लिक के नुकसान

17 जनवरी 2023
3
2
0

किसी भी कम्पनी या सरकारी संस्था में नियुक्त होने के लिए प्रतियोगिता परीक्षा से गुजरना पड़ता है। लोग इतने संख्या में प्रतियोगी परीक्षाओं में शामिल होते है प्रतिभागी को मेरिट रैंक लाना कठिन होता है।

10

आस्था या अन्धविश्वास

18 जनवरी 2023
5
3
0

भारत इस पृथ्वी का अनूठा देश है। यह राम ,कृष्ण महावीर, बुद्ध ,कबीर जैसे सन्तो की जन्मभूमि है।आश्चर्य;कैसे इस पृथ्वी पर इसी भारत में दिव्य लोगो की जन्मस्थली है। 190 से भी अधिक देश इस पृथ्वी पर है।ले

11

विनेश फोगाट:यौन उत्पीड़न

19 जनवरी 2023
4
1
0

विनेश फोगाट (जन्म 25 अगस्त 1994), एक भारतीय पहलवान हैं। वे हरियाणा के भिवानी ज़िले से आती हैं। एशियाई खेलों में स्वर्ण पदक जीतने वाली विनेश फोगाट पहली महिला भारतीय पहलवान हैं। वर्ल्ड रेसलिंग चैंपियनशि

12

महिलाओं पर अत्याचार

20 जनवरी 2023
4
1
0

महिलाओं पर हो रहे अत्याचार इस बात का सबूत है कि आज भी पुरुष प्रधान समाज है और महिलाओं को अपने से नीची नजर से देखा जाता है। प्राचीन काल से से ही औरत को घर की चार दिवारी पर ही सिमित रखा गया है। उस प

13

ओपन माइक का महत्त्व

21 जनवरी 2023
4
1
0

आधुनिक युग में सम्प्रेषण के साधन बढ़ गए है। विश्व के हर कोने की खबर अब लोगो तक पहुँच जाती है। भले ही टी वी कम लोग देखते हो पर मोबाइल ने पुरे विश्व को एक पटल पर ला दिया है।चैनलों की भरमार से देश दुन

14

पराक्रम दिवस

23 जनवरी 2023
2
2
0

आजादी की लड़ाई में कई लोगो ने भाग लिया था। कुछ शान्ति से देश को आजाद कराना चाहते थे तो कुछ लड़ाई लड़कर।बातचीत पर विश्वास करने वाले नरम दल के नेता कहलाए जो हिंसक पथ अपनाए वो गरम दल के नेता कहलाए। सभी न

15

बसंत और प्रज्ञा

26 जनवरी 2023
6
3
1

बसन्त पंचमी का आना ऐसा एक सन्देश फहराना जीवन-मृत्यु है ताना बाना इधर पतझड़ है और नवरूप आगमन हाथ से जीवन का छूटना और फिर जीवन पाना। दो राहो के बीच ठहराव कुछ पल का मेहमान

---

किताब पढ़िए