किसी भी कम्पनी या सरकारी संस्था में नियुक्त होने के लिए प्रतियोगिता परीक्षा से गुजरना पड़ता है। लोग इतने संख्या में प्रतियोगी परीक्षाओं में शामिल होते है प्रतिभागी को मेरिट रैंक लाना कठिन होता है। सफलता प्राप्त करने के लिए कड़ी मेहनत करनी पड़ती है। कई लोग कोचिंग क्लास ज्वाइन करते है लाखो पैसा खर्च करते है ।रहने व खाने-पीने का अलग प्रबंधन भी करना होता है।
राजस्थान राज्य में प्रतियोगी परीक्षाओं के कई पेपर लिक हुए है । लाईब्रेरियन भर्ती 2018,जेईन सिविल डिग्री-2018,रीट लेवल-2021,कास्टेबल भर्ती 2018,हाईकोर्ट एलडीसी-2022 भर्ती,एस आई भर्ती-2022,सी एच ओ भर्ती-2022,वन रक्षक भर्ती-2020,सेकंड ग्रेड शिक्षक भर्ती-2022 ये सभी भर्ती परीक्षा पेपर लिक होने के कारण रद्द हुई है।
अभी हाल में शिक्षक भर्ती का सामान्य ज्ञान का पेपर लिक हुआ जिसमे कई लोगो को गिरफ्तार किया गया है ।राज्य सरकार ने परीक्षा को रद्द करने का एलान भी किया है। ऐसे में परीक्षार्थियों को आर्थिक व मानसिक समस्याओं का सामना करना पड़ता है । एक तो परीक्षा सेंटर शहरों में देता है परीक्षार्थी दुर-दराज से आते है। उम्र का सीमा बन्धन रहता है दुबारा परीक्षा सम्पन्न कराने में कई साल लग जाते है। परीक्षार्थियों को पुन: परीक्षा की तैयारी करना पड़ता है। लिक होना काफी नुकसानदायक होता है।
राजस्थान राज्य सरकार ऐसे लोगो पर शिकंजा कसती तो है इसके गैंग बने होते है जो विद्यार्थियो को लालच देकर उसे भटकाते हैं । जो परीक्षार्थी पेपर लेते हैं उन भी कार्यवाही की जानी चाहिए।पैसो के लिए लोग इस जाल में फंसते जाते हैं। कोचिंग संस्थाओ में कार्यरत लोग या कोचिंग किये विद्यार्थी इस कृत्य में सन्लिप्त रहते है ।
बार बार इस प्रकार से पेपर लिक होने से सरकार के प्रति लोगो के मन में निराशा जागृत होती है। ईमानदार परीक्षार्थियों को जो गरीब तबके के है उसे परेशानी होती है उनका नुकसान होता है ।सही व्यक्ति का चयन नही हो पाता । पेपर प्रिंट व सप्लाई में गोपनीयता बरतनी चाहिए । स्टोर रुम में एक दिन पूर्व सख्त पहरा होना चाहिए ।