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पराक्रम दिवस

23 जनवरी 2023

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आजादी की लड़ाई में कई लोगो ने भाग लिया था। कुछ शान्ति से देश को आजाद कराना चाहते थे तो कुछ लड़ाई लड़कर।बातचीत पर विश्वास करने वाले नरम दल के नेता कहलाए जो हिंसक पथ अपनाए वो गरम दल के नेता कहलाए। सभी ने देश को आजाद कराने में अहम भूमिका निभाई। 15 अगस्त 1947 को हमारा देश आजाद हुआ था । इन क्रांतिकारियो में एक नेता थे सुभाषचंद्र बोस ।

23 जनवरी को भारत सरकार पराक्रम दिवस के रूप मनाता है। यह नेताजी सुभाषचंद्र बोस के यादगार में मनाया जाता है।23 जनवरी सन 1897 को ओडिशा के कटक में इनका जन्म हुआ था। इनके पिता का नाम जानकीनाथ बोस व माता प्रभावती थी।

नेताजी ने सिविल सर्विस परीक्षा उतीर्ण की थी। भारतीय स्वतंत्रता संग्राम में भाग लेने पर उसने अपना पद छोड़ दिया।भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस में शामिल हो गए । उसी समय गांधीजी से उसका सामना हुआ। गांधीजी एक उदारवादी नेता थे जबकि नेता जी उग्र क्रांतिकारी थे।कभी-कभी दोनो के विचार नहीं मिलते थे।उस समय गांधीजी को क्रांति सेना की आवश्यकता थी।

भारत को आजाद कराने के लिए नेताजी ने 21 अक्टूबर 1943 को आजाद हिंद सरकार की स्थापना करते हुए आजाद हिन्द फौज की गठन किया।"तुम मुझे खून दो मैं तुम्हें आजादी दूंगा।" उनका प्रमुख नारा था। कई बार जेल भी गए विदेशो से सहायता माँगने भ्रमण भी किए।भगवत गीता में उनका आस्था व विश्वास था।

उनकी मृत्यु आज भी रहस्यमय है। उसको किसी की गोली लगते या अंग्रेजो का शिकार होते किसी ने नही देखा था।नेताजी की लाश भी बरामदा नही की गई है।

18 अगस्त 1945 को ताईपेई में हुई एक विमान दुर्घटना से लापता है । कई लोग उसी में नेताजी सफर कर रहे थे ऐसा मानते है।घटना को लेकर तीन जांच कमेटी गठित की गई है। प्रधान-मंत्री नरेंद्र मोदी ने 2016 में सौ गोपनीय फाइल को सार्वजनिक भी किया है।

जब कोई हिंसक व मृत्यु घटनाएँ घटती है तो कई लोगो का हृदय परिवर्तन हो जाता है ।सम्राट अशोक ने कलिंग युद्घ के बाद बौद्ध धर्म अपनाया व उसका प्रचार प्रसार भी किया।युध्द से आज तक नुकसान ही हुआ उससे कोई हल नही निकलता। जब तक पृथ्वी को एक नही मानते हैं तब तक देश की सीमाओ में युध्द होते रहेंगे। अब तो अणुबम है जो सारे मनुष्य का खात्मा कर सकता है कही युध्द पर जाने की जरुरत नही। ओसामा बिन लादेन एक उदहारण है जिससे एक व्यक्ति क्या कर सकता है कितना नुकसान हो सकता है ।मनुष्य की मानसिकता को बदलना होगा तभी उसे स्व दिशा देना होगा।

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रचनाएँ
दैनंदिनी जनवरी 2023
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मासिक डायरी लेखन । हम सदा भूत या भविष्य में रमे रहते है ।वर्तमान में कभी जीते नही।नया साल मनाते है केवल एक दिन के लिए जबकि यहाँ हर दिन नया है ।जरा जागे नासमझी को समझे।प्रतिपल जीवन जिए ।
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भारत में जल विद्युत परियोजना

2 जनवरी 2023
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विद्युत के बिना हम जीवन की कल्पना भी नहीं कर सकते हैं । हमारा हर वक्त विद्युत के साथ गुजरता है ।जिस कमरे या ऑफ़िस में घण्टो बैठे रहते है उसमे एक प्रकाश या पंखा तो जरुर आन रहता है । फ्रीज से लेकर

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देश और नकली नोट

3 जनवरी 2023
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किसी भी देश के लिए मुद्रा मायने रखता है । मुद्रा के द्वारा ही हम वो चीज पा सकते है जो हमारे पास नही है । हर व्यक्ति सभी तरह के वस्तुओं का निर्माण नही कर सकता है उसे दूसरे लोगो पर निर्भर रहना पड़ता

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हरित हाइड्रोजन मिशन

5 जनवरी 2023
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दिनो दिन वाहन की संख्या में वृद्घि हो रही है । शहरो में तो हर घर में दुपहिया वाहन पाओगे गांवो में भी अब सभी वर्गो के पास वाहन मिलेंगे। ऐसे में वायु प्रदूषण होने की संभावना बढ़ जाती है । वायु में का

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लुप्त होती स्वतंत्रता

7 जनवरी 2023
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एक गुलामी से आजाद हुए 75 वर्ष हो चुके है । यह एक तरह से जमीन व हक के लिए लड़ाई थी। जो हमारे पूर्वज व देश के क्रान्तिकारियों ने लड़ी । अंग्रेजो के जुल्म से राहत मिली । लोग अपना खेती व्यवसाय करने में

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नागरिकता संशोधन अधिनियम

8 जनवरी 2023
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नागरिक शब्द से आप लोग परिचित है जो तुम्हारे गांव में रहता है वह तुम्हारे गांव का नागरिक कहलाता है ।उसी प्रकार जिले में रहता है जिले का नागरिक कहलाता है ।तुम जिस राज्य में रहते हो उस राज्य के नागरि

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हिन्दी दिवस

10 जनवरी 2023
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भाषा हूँ लाजवाब शान की। मैं हिन्दी हूँ हिन्दूस्तान की। लोग झूमते कहते हैं हाथी घोड़ा पालकी। जय कन्हैया लाल की । नदी की तरह इठलाती विविध भाषा परिवार बसाती संगम पर मिलत

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राष्ट्रीय युवा दिवस

12 जनवरी 2023
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संसार के समस्त प्राणियो का पहले जन्म होता है बचपन से शुरु होकर जवानी फिर बुढापा आता है । बचपन में हम केवल अपने को सम्भालते हैं हम दूसरो पर निर्भर रहते हैं ।अगले स्टेप में हम सोचने समझने व विचार व्

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भूस्खलन:प्राकृतिक आपदा

16 जनवरी 2023
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हवा,पानी,मिट्टी व पेड़ पौधे हमे प्रकृति से मुफ्त में मिली है। इसके बिना जीवन की कल्पना भी नहीं कर सकते है। हवा जरूरी है हम आक्सीजन से जीवित है जो हवा में समाया हुआ है।किसी अन्य ग्रह में नही है इक्क

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पेपर लिक के नुकसान

17 जनवरी 2023
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किसी भी कम्पनी या सरकारी संस्था में नियुक्त होने के लिए प्रतियोगिता परीक्षा से गुजरना पड़ता है। लोग इतने संख्या में प्रतियोगी परीक्षाओं में शामिल होते है प्रतिभागी को मेरिट रैंक लाना कठिन होता है।

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आस्था या अन्धविश्वास

18 जनवरी 2023
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भारत इस पृथ्वी का अनूठा देश है। यह राम ,कृष्ण महावीर, बुद्ध ,कबीर जैसे सन्तो की जन्मभूमि है।आश्चर्य;कैसे इस पृथ्वी पर इसी भारत में दिव्य लोगो की जन्मस्थली है। 190 से भी अधिक देश इस पृथ्वी पर है।ले

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विनेश फोगाट:यौन उत्पीड़न

19 जनवरी 2023
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विनेश फोगाट (जन्म 25 अगस्त 1994), एक भारतीय पहलवान हैं। वे हरियाणा के भिवानी ज़िले से आती हैं। एशियाई खेलों में स्वर्ण पदक जीतने वाली विनेश फोगाट पहली महिला भारतीय पहलवान हैं। वर्ल्ड रेसलिंग चैंपियनशि

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महिलाओं पर अत्याचार

20 जनवरी 2023
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महिलाओं पर हो रहे अत्याचार इस बात का सबूत है कि आज भी पुरुष प्रधान समाज है और महिलाओं को अपने से नीची नजर से देखा जाता है। प्राचीन काल से से ही औरत को घर की चार दिवारी पर ही सिमित रखा गया है। उस प

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ओपन माइक का महत्त्व

21 जनवरी 2023
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आधुनिक युग में सम्प्रेषण के साधन बढ़ गए है। विश्व के हर कोने की खबर अब लोगो तक पहुँच जाती है। भले ही टी वी कम लोग देखते हो पर मोबाइल ने पुरे विश्व को एक पटल पर ला दिया है।चैनलों की भरमार से देश दुन

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पराक्रम दिवस

23 जनवरी 2023
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बसंत और प्रज्ञा

26 जनवरी 2023
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बसन्त पंचमी का आना ऐसा एक सन्देश फहराना जीवन-मृत्यु है ताना बाना इधर पतझड़ है और नवरूप आगमन हाथ से जीवन का छूटना और फिर जीवन पाना। दो राहो के बीच ठहराव कुछ पल का मेहमान

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