कभी-कभी मजाक या अनजाने में की गई छोटी-छोटी गलतियां भी बड़ा अपराध बन जाती है और उनकी सजा जीवन भर दुख देती है कुशीनगर से मध्य प्रदेश के दुर्ग जा रही ट्रेन में बम होने की अफवाह फैला कर दो सगे भाइयों ने भी ऐसा अपराध किया कि चंद घंटे बाद ही हवालात की हवा
Contributed articles on problems faced by women in traditional and modern roles in contemporary times; with special reference to India. Read more
‘कर विजय हर शिखर’ पुस्तक हर आयु वर्ग के पाठक के लिए एक प्रेरक है। क्योंकि यह केवल आत्मकथा नहीं है, बल्कि एक आम घरेलू महिला के शिखर तक पहुँचने का एक बहुत ही अद्भुत व रोमांचकारी सफर है। पुस्तक में कई ऐसी छोटी-छोटी घटनाओं का भी जिक्र है, जो काफी महत्त्व
हम याद आएंगे पहले प्यार के चुंबन की तरह सावन और जेठ के धूप की तहर... मबुआ और नशा की तरह नशा और मौसम में झरी की तरह मौसम और चौखट की तरह पहले प्यार के चुंबन की तरह,,पहले प्यार के चुंबन की तरह..
श्री नरेंद्र मोदी ने अंतरराष्ट्रीय मापदंडों के अनुरूप गुजरात को आदर्श राज्य बनाने के लिए काम किया तथा सफलता हासिल की, और वह भी मात्र बारह-तेरह साल की अवधि में। शासन के विभिन्न मोरचों पर आधुनिक एवं नवीन प्रयास तथा रणनीतियाँ शुरू करके उन्होंने गुजरात र
ईश्वर की शांति मेरी आत्मा में भरी हुई है। ईश्वर का दिया हुआ प्रकाश मेरे अंदर प्रकाशित हो रहा है। मैं सोचता हूँ, बोलता हूँ और अपने अंदर की दैवी शक्ति की आवाज सुनकर कोई कार्य करता हूँ। जिंदगी का एक साधारण-सा सत्य याद रखें: कोई भी व्यक्ति, परिस्थिति या
बदलाव वह औरत जिसका नाम कमला था । आज तो मुझे किसी भी किमत पर नही छोड़ने वाली थी । क्योंकि सुबह से ही हर किसी इंसान से या गली से गुजरने वाले बच्चे, बूढ़े या जवान से मेरा पता पूछती, फिर रही है क्योंकि अभी तीन दिन पहले ही मैं उस गली से गुजर रहा था, जिस
रोमनाथ को एक दिन अपने रिक्से की सीत पर एक नोटों से भरा बंडल मिलता है। जिसे वह थाने में जमा करवा देता है। पर उसके बाद उस पर जी खयानतदारी का इल्जाम लग जाया है।
भारत के महापुरुषों ने देश में ही नहीं, संपूर्ण विश्व में अपने ज्ञान, साहस, संयम, वीरता और धीरता का ध्वज लहराया है। राष्ट्र-निर्माण में भारतीय मनीषियों द्वारा समाज को दिया गया विचार-दर्शन उसकी चिरस्थायी संपत्ति है। उनके विचारों को समाज के हित में जीवि
डेल कारनेगी एक विश्व प्रसिद्ध अमेरिकी लेखक और व्याख्याता थे। उनकी एक से एक बढ़कर पुस्तकों ने पाठकों के स्व-सुधार, बिक्री कौशल, कॉर्पोरेट प्रशिक्षण, सार्वजनिक बोलने और प्र कौशल विकास में महत्त्वपूर्ण योगदान दिया था। उनकी सर्वाधिक चर्चित पुस्तकों में '
इस पुस्तक में हम बात करेंगे कि तरक्की के काबिल बनने के लिए हमें कैसे तैयारी करनी चाहिए। चाहे काम सुपरवाइजर का हो या प्रशासकीय प्रबंधक का, उसमें सफल होने के लिए हमें पेशेवर व्यवहार करना चाहिए। अपने अधिकारियों, अधीनस्थों और सहकर्मियों के सामने हमारी छव
मनुष्य अपने दिल में जैसा सोचता है वैसा ही होता है । यह मनुष्य के पूरे जीवन को ही सम्मिलित नहीं करती बल्कि इतनी व्यापक है कि उसके जीवन के हर पहलू, हर दशा परप अपनी छाप बनाये रखती है। मनुष्य अक्षरशः वैसा ही बन जाता है जैसा वह सोचता है, उसका चरित्र उसके
Bhagye Par Nahi Parishram Par Vishwas Karen Read more
Jeet Sako To Jeet Lo Read more
Kahaniyan Jo Raah Dikhaye Read more
1904 में लगभग एक अनजान अंग्रेज़ जेम्स एलन ने एक छोटी पुस्तक 'अँज ए मैन थिकेंथ' लिखी। यह पुस्तक विश्व भर में स्वयं-सहायक पुस्तकों में से एक महान पुस्तक बन गई है – 'स्वयं को सामर्थ्य देना' ज्यादा उचित वर्णन है – क्योंकि यह न केवल यह उजागर करती है कि हम
जल अमृत तुल्य ही नहीं; बल्कि अमृत से भी कहीं अधिक मूल्यवान सभी प्राणियों के लिए है। जल के बिना जीवन की कल्पना ही नहीं की जा सकती है। जहां जल है, वहीं पर प्रकृति और उसका सुंदर नजारा है। आज पूरा विश्व पेयजल की समस्या से जूझ रहा है। शहरीकरण और आधुनिकीकर