मेरी पहली पढ़ी पुस्तक,
हिन्दी भाषा से शुरुआत हुई।
समझ कुछ नहीं आता था,
अक्षर ज्ञान कराया जाता था।।
कापी पेंसिल स्लेट पर,
लाइनें खींचा करते थे।
अ आ इ ई उ ऊ ए ऐ,
अक्षरों का संबोधन कराते थे।।
बारम्बार लिख लिख के,
याद कराया जाता था।
याद न रहने पर कभी,
मम्मी की डांट पड़ती कभी।।
अ से ज्ञ तक ज्ञान कराए,
पढ़कर समझ आने लगे।
चित्र जरिए अक्षर पहचानो,
अक्षरों के ज्ञानी बनने लगे।।
पहली पुस्तक अक्षर ज्ञान,
अक्षरों को पढ़ते रहते थे।
अक्षर और मात्रा ज्ञान से,
पुस्तक पढ़ हुए ज्ञानी थे।।
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