26 अक्टूबर 2021
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प्रेम है तो श्रृंगार है विरह है वेदना है पर जो भी है सब दिल के करीब है ...💞 मैं और मेरा प्रेमी ही मेरी कलम है, यूँ तो बहुत बड़ी कवियित्री नही हूं, पर प्रेम को अपने काव्य में रखने का शौक पूरा करती हूं। प्रसिद्ध किताबें :- काव्या की काव्यांजली, नारी जीवन दर्पण, काव्यांशी जीवन के रंग, लफ्ज़ों की लहरें, प्रेम डगर, हाल ए दिल......... आशा है रचनाओं में आप जीवन और प्रेम की वास्तविकता को महसूस करेंगे 🙏 काव्या सोनीD
अच्छा है
3 दिसम्बर 2021
अच्छा लिखा है आपने 🙏 पर भारतीय नारी के साथ बवाल उतना मैच नहीं कर रहा ,ऐसा मुझे लगा । थीम बहुत अच्छा था 🙏
26 अक्टूबर 2021