बच्चे मन के सच्चे
आइने सा उनका मन
छल कपट से परे
मासूमियत भरा उनका जीवन
ना किसी का दिल दिखाए
जो मन हो वहीं जुबां पर आए
जो मन को उनके खल जाए
सीधे सवाल कर जाए
नहीं फरेबी उनका मन
ना भ्रम का कोई जाल बिछाए
बच्चे मन के सच्चे
ना वो बातों से अपनी उलझाए
ना परवाह दुनियादारी की
सच को झूठ का मुखौटा ना पहनाए
बच्चे मन के सच्चे
होते वो बड़ों से अच्छे
ना मतलबी सा रिश्ता बनाए
बच्चे सच में मन के सच्चे
ना तोड़े किसी का विश्वास
इसलिए ईश्वर का रूप कहलाए
ईश्वर करते बच्चो के में में निवास