खुली हवा मैं सांस लेने की जो आजादी हमें मिली है , अपनी बात कहने की जो आजादी हमें मिली हैः, हमें अपनी मर्जी से घूमने फिरने की जो आजादी हमें मिली है , इसकी कीमत वो क्या जानें जो आजाद भारत मैं आचरणहीन व्यवहार करते हैं , इस देश मैं जन्म लेने ,यहां का अन्न जल ग्रहण करने के बाबजूद देश की बुराई करते हैं , देश को बर्बाद करने का मंसूबा पालते हैं . जनता के खून पसीने की कमाई को अपने बाप की संपत्ति समझकर विदेशी बैंकों मैं जमा करते हैं .देशद्रोहियों का साथ देते हैं ; सरेआम तिरंगे का अपमान करते हैं . जातिवाद के नाम पर राजनीति करते हैं.अरे मेरे देशवासियो ! इन गद्दारों की चेतना जागृत करो कि ये आजादी हमें मुफ्त मैं नहीं मिली ,इसके लिए हमारे पूर्वजों ने अपना परिवार छोड़ा ,यातनायें झेली ,और शूली पर चढ़ गए .अब भी समय है कि उनके बलिदानों का अपने आंसुओं से कर्ज उतारें न कि भारत विखण्डित करके ,अगर वतन है तो हम हैं