घर आँगन में फुदकती चूं - चूं करती चिरैया,कोई बता दे कहाँ गई वो प्यारी गौरैया...-दिनेश कुमार कीर
बगुला और सांप की कहानी - अनीश और अमितएक बार एक सुंदर व सुशील लड़का था, जिसका नाम अनीश था । वह बहुत ही नेक और ईमानदार और दयालु था । वह सदा पढ़ाई में आगे रहता था । वह सभी गुरुजनों, अपने माता - पिता और ब
कहानी : - नटखट मोरनी एक घने से जंगल में बहुत नटखट मोरनी रहती थी । वह सभी को बहुत परेशान करती थी । वह किसी के पकड़ में नहीं आती थी ।एक दिन जंगल के कुछ जानवरों ने मिलकर एक योजना बनायी कि हमें जैसे
पिंजरे का पंछी - सेठ जी और तोता की प्रेरणा दायक कहानीएक सेठ जी और सेठानी जी हमेशा भजन - कीर्तन में जाते थे । सेठ जी के घर एक पिंजरे में तोता पाल रखा हुआ था । तोता एक दिन पूछता हैं कि, सेठजी आप ह
भारतीय स्वतंत्रता अधिनियम- 4 जुलाई 1947 को ब्रिटिश संसद से पास हुआ। भारत और पाकिस्तान के स्वाधीन होने की घोषणा 18 जुलाई 1947 को की गई, जिसमें भारत और पाकिस्तान दो अधिराज्यों का निर्माण 15 अगस्त 1947
गाँव की शादियांपहले गाँव मे न टेंट हाऊस थे और न कैटरिंग।थी तो केवल सामाजिकता व व्यवहारिकता।गांव में जब कोई शादी होती तो घर के अडोस-पडोस से चारपाई आ जाती थी,हर घर से थरिया, लोटा, कलछुल, कढ़ाही इकट्ठा ह
. जब महाभारत का युद्ध प्रारम्भ हो रहा था, इधर से पांड़वो की सेना तैयार थी उधर से कौरवों की स
यदि पुरुष स्त्री को अपनी बाहों में लेना चाहता हैं, तो उसका तात्पर्य केवल वासना मात्र ही नहीं हो सकता हैं... कई दफा इसका अर्थ होता हैं, वह स्त्री की आत्मा को स्पर्श करना चाहता हैं... उस स्त
वे भूल नहीं रहे हैं धर्म को आप उन्हें, उससे दूर कर रहे हैं। यह बात आप की आप के समाज की है। कई बार हमारा ऐसे सवालों से, सामना होता है कि हम उसका उचित या सही उत्तर देने से अच्छा ,मौन रहना समझते हैं। या
आकांक्षा श्रीवास्तव। धागा बुनाती माँ...,बुनाती है सपनो की केसरी , समझ न पाओ मैं किसको बताऊ मैं"...बन्द कोठरी से अचानक सिसकने की दबी मध्म आवाज बाहर आने लगती हैं। कुछ छण बाद एक बार फिर मध्म आवाज बुदबुदाते हुए निकलती है..,"बेटो को देती है महल अटरिया ,बेटी को देती परदेश र