shabd-logo

प्रेमचंद

7 सितम्बर 2021

31 बार देखा गया 31
प्रेमचंद को पता नहीं क्यों लोग बहुत महान लेखक मानते हैं मुझे आज तक कारण समझ नहीं आया।

हाँ यह सही है कि अच्छा लिखते थे और बहुत लिखते थे।

निर्मला में जहाँ मानवीय संवेदनाओं को उजागर किया वहीँ ईदगाह में बालमनोविज्ञान के साथ बालक का माँ के प्रति प्रेम को बखूबी उकेरा है।
पर कहीं -कहीं जिस विषय पर अधिकार नहीं है उस पर लिख मारे।

प्रेमाश्रम में एक लाला जी को बड़े योगी होने के दावे को प्रेमचंद अपने अध्यात्म ज्ञान की अल्पता के कारण बढ़ा चढ़ा कर लिखते पाये गए और कहानी को रबर की तरह खींचना कोई इनसे सीखे।

जहाँ जयशंकर प्रसाद की कहानी से चार लाइन भी आप निकाल दें तो कहानी समझना मुश्किल हो जायेगा वहीँ इनकी कहानी के चार पांच पन्ने उड़ा डालें कोई फर्क नहीं पड़ता।

समस्या तब होती है जब लेखक अपने विषय क्षेत्र से आगे निकल जाता है अनधिकार और पूर्वाग्रह से ग्रसित हो जाता है।

ब्राह्मणों के प्रति पूर्वाग्रह,लाला जी के प्रति अतिस्नेह तथा आध्यात्म और योग जैसे विषयों पर अनधिकार बकैती करना प्रेमचंद के प्रिय शौक थे।

पंच परमेश्वर में इन्होंने आदर्श के पैमाने को संतुलित रखा वहां मन्त्र आदि कहानी में अतिरेक करते नज़र आते हैं।

वैसे जब हिंदी में कोई न लिखने वाला हो ऐसे में खूब लिख डालना ही उपलब्धि है।

मैं छिद्रांन्वेशी विभाग का कर्मचारी हूँ....😢 वही कर रहा हूँ।

वैसे आई लभ जु प्रेमु!

Yogesh Kumar Mishra की अन्य किताबें

Pawan Pandit

Pawan Pandit

प्रेमचंद के विषय में आप जानते नहीं हो तभी आप कह रहे हो वो बहुत अच्छे साहित्यकार थे वैसे भी जो कुछ नहीं करता है वहीं कमियां निकलता है आप समझदार है बहकावे मे मत आइए इस तरह किसी भी साहित्यकार को मत कहिए हम सब उनसे भी कुछ ना कुछ सीखा जरूर होगा भाई मै तो सीख रहा हूं माफ करना अगर आप को मेरी बाते कड़वी लगी हो तो प्लीज़

7 सितम्बर 2021

shivansh

shivansh

प्रेमचंद जी ने जिस समय लिखा था वह समय साहित्यकारों के लिए बहुत कठिन था फिर भी ऐसे युग में लोगो में साहित्यिक रूचि लाकर उन्हे जागना ही बहुत बड़ा काम था इसलिए प्रेमचंद जी महान थे श्री मान जी

7 सितम्बर 2021

Diwa Shanker Saraswat

Diwa Shanker Saraswat

आपका निर्णय किसी भी तरह उचित नहीं है। प्रेमचंद जी महान साहित्यकार रहे हैं। उनसे सीखकर कितने साहित्यकार बने हैं।

7 सितम्बर 2021

1

मेरे पिता

7 सितम्बर 2021
3
11
1

<div>"ऋषति प्राप्नोति सर्वान मन्त्रान, ज्ञानेन पश्यति संसार पारं वा"</div><div><br></div><div>

2

प्रेमचंद

7 सितम्बर 2021
9
12
3

<div>प्रेमचंद को पता नहीं क्यों लोग बहुत महान लेखक मानते हैं मुझे आज तक कारण समझ नहीं आया।</div><div

3

ग्रहों का खेल

7 सितम्बर 2021
1
14
0

<div>कोई key ग्रह ...</div><div>या जिस ग्रह को यह जिम्मदारी है कि आपको शुभफल देना है अगर वही कुछ देर

4

क्या आप सही निर्णय ले रहे हैं!

8 सितम्बर 2021
1
7
0

<div>सभी को जीवन में निर्णय लेना पड़ता है । हमारे सामने हालत यह हो कि या तो कोई विकल्प ही न हो या फिर

5

संस्मरण,कोलकाता 2016

9 सितम्बर 2021
3
10
0

<div>संस्मरण, कोलकाता 2016</div><div>----- --- ---- ---- ------^^^^^^---------</div><div><br></div><

6

दोस्त की नौकरी

13 सितम्बर 2021
1
10
0

<div>एक मेरे मित्र हैं उनकी पत्नी ही उनकी प्रेरणा रहीं हैं। उन्होंने जीवन में कई उपलब्धियाँ पायी हैं

7

मातृभाषा हिंदी

14 सितम्बर 2021
0
2
0

<div>भाषा की जब बात होती है तो इसके विभिन्न आयामों में से एक है कि यह एक साधन है:अभिव्यक्ति ,संवाद&n

8

दोस्त की नौकरी

16 सितम्बर 2021
0
2
0

<div>कहानी गतांक से आगे...</div><div><br></div><div>मैं और मेरे मित्र दोनों अपनी-अपनी राम कहानी अक्स

---

किताब पढ़िए

लेख पढ़िए