shabd-logo

पुस्तक प्रतियोगिता की किताबें

मै औरत हूं... इसलिए

औरत जननी है, पत्नी है, मां है ,बेटी है पर क्या उसे वो अधिकार मिलते है जो उसे मिलने चाहिए। क्या वो रिश्तों नातों को निभाते निभाते हुए अपना वजूद खो देगी ।आईये इन कहानियों के माध्यम से जाने।

723 पाठक
4 लोगों ने खरीदा
10 अध्याय
7 सितम्बर 2022
अभी पढ़ें
66
ईबुक

एक उम्मीद प्यार की .....

श्रद्धा एक साधारण परिवार की लड़की है । उसका हमेशा से यह इच्छा थी कि उसे भी उसके घर वाले प्यार करे । जब वो देखती की लोग अपने बच्चों से प्यार से बात कर रहे है ,  उनके लिए अच्छी - अच्छी चींजे लाये है , तो वो ये देखकर उदास हो जाती थी , और सोचने लगती थी क

5 पाठक
2 लोगों ने खरीदा
3 अध्याय
1 सितम्बर 2022
अभी पढ़ें
28
ईबुक

मनमौजी खयाल

कुछ मनमौजी खयालात पर बनी ये मेरी छोटीसी किताब है, उम्मीद करती हूँ आप सबको पसंद आयेगी मेरे द्वारा लिखीत कविताए जो हर एक के भावनाओं को रुबरु करायेगी।

12 पाठक
1 लोगों ने खरीदा
31 अध्याय
3 नवम्बर 2022
अभी पढ़ें
79
ईबुक

प्यार बना एक धोखा

इस पुस्तक में वर्तमान में चल रहे लोगों के चरित्र के विषय में वर्णन किया है जिसमें आज के लोग प्रेम में धोखा देकर किसी भी लड़की के चरित्र पर दाग लगाने की कोशिश करते हैं। इस धोखे के कारण इस समय बहुत ही लड़कियों की जिंदगी बर्बाद हो रही है। ।

3 पाठक
2 लोगों ने खरीदा
52 अध्याय
31 अक्टूबर 2022
अभी पढ़ें
132
ईबुक

बचपन का जमाना :जोगेश्वरी सधीर

बचपन का जमाना बहुत अलग था वो लोग कुछ और ही अलग दुनिया के थे. उन्हें याद करती हूँ तो जैसे उन सबको एक बार पा जाती हूँ.

2 पाठक
1 लोगों ने खरीदा
3 अध्याय
14 दिसम्बर 2022
अभी पढ़ें
79
ईबुक

बचपन की यादें :जोगेश्वरी सधीर

मेरे बचपन का दौर अलग था उनका रहन -सहन अलग था उनके जीवन का उद्देश्य सहकार जीवन था सब मिलकर जीते थे दुख -सुख को भोगते थे... उन्हीं की यादों में.

5 पाठक
1 लोगों ने खरीदा
8 अध्याय
14 दिसम्बर 2022
अभी पढ़ें
79
ईबुक

अपूर्वा मेरी मोहब्बत हो तुम

रिवांश की वाइफ अपूर्वा उसके ठीक सामने बैठी थी और अपने स्कूल के बच्चों की  रिजल्ट्स तैयार कर रही थी । वहीं रिवांश फोन चला रहा था और बीच - बीच में अपूर्वा को देख भी रहा था । आज उसका मन बिल्कुल भी नहीं लग रहा था ,  उसे आज बार - बार पहली वाली अपूर्वा की

7 पाठक
1 लोगों ने खरीदा
13 अध्याय
1 सितम्बर 2022
अभी पढ़ें
15
ईबुक

अपने आप को परखे :जोगेश्वरी सधीर

हम अपने उलझें रहते है और खुद को ही खुद की खबर नहीं होती. अपने -आप में डूबे रहना और खुद से ही खुद को समझा लेना बड़ी कला होती है

0 पाठक
1 लोगों ने खरीदा
2 अध्याय
27 अगस्त 2022
अभी पढ़ें
79
ईबुक

मैं कौन हूं – मानव, महामानव या आदिमानव

मानव उत्पत्ति एक रहस्य है। वह कब, कहां और कैसे उत्पन्न हुआ इस विषय पर अनेकों मत हैं। जिसमें से कुछ मत तर्कजनित हैं तो कुछ कल्पनातीत। किसकी सत्यता कितनी है इस पर कोई भी एकमत न हो सका। इस सभी बातों से हटकर आज हम मानव जीवन के विषय में कुछ चर्चा करेंगे ज

3 पाठक
1 लोगों ने खरीदा
2 अध्याय
24 सितम्बर 2022
अभी पढ़ें
11
ईबुक

काव्य कुंज

काव्य कुंज मेरी स्वरचित कविताओं का संकलन है जिसमें जीवन के विभिन्न स्वरूपों को उजागर करने की कोशिश की है।

2 पाठक
1 लोगों ने खरीदा
16 अध्याय
29 जुलाई 2024
अभी पढ़ें
60
ईबुक

कातिलाना मोहब्बत

श्रद्धा जैसी हैवानियत के दर्द हर व्यक्ति की जिंदगी के लिए बहुत ही हानिकारक होती है। इस वक्त मनुष्य की जिंदगी में लोगों का विश्वास खत्म होता जा रहा है। जिस प्यार को कई हजारों सालों से एक रिश्ते के तौर पर देखा जाता था । आज के मानव ने उसे दरिंदगी का रूप

1 पाठक
1 लोगों ने खरीदा
68 अध्याय
2 दिसम्बर 2023
अभी पढ़ें
79
ईबुक

रहस्यमय मौत

"मुझे मुर्दों से डर नहीं लगता , लगता है डर जिंदा इंसानों से। जो जान लेकर हाथ ना धोते, मानवता के उन हैवानों से।" यह कहानी एक हॉरर प्रेम लव स्टोरी है । जो प्रेम के पीछे किसी बेकसूर इंसान की जान क आ सौदा कर देते हैं।। इस दुनिया में इंसानियत मर चुकी

3 पाठक
1 लोगों ने खरीदा
12 अध्याय
2 दिसम्बर 2023
अभी पढ़ें
40
ईबुक

किताब पढ़िए

लेख पढ़िए