रात बुला ले जाती है
दूर क़हीं तारों के पास …
सुरमयी सपनों के संग ,
कुछ पल बिताने को ..!
चाँद से गले मिल के .
चंद ग़म हल्के हो जाते हैं..!
फिर रात के आग़ोश में ,
सुनहरे खाबों से लिपट के ,
थकी आँखो पे अपनी ..
पलकें गिरा के सो जाते हैं..!
23 मार्च 2022
रात बुला ले जाती है
दूर क़हीं तारों के पास …
सुरमयी सपनों के संग ,
कुछ पल बिताने को ..!
चाँद से गले मिल के .
चंद ग़म हल्के हो जाते हैं..!
फिर रात के आग़ोश में ,
सुनहरे खाबों से लिपट के ,
थकी आँखो पे अपनी ..
पलकें गिरा के सो जाते हैं..!