आज पर्यावरण प्रदूषण ने मानव के सामने कई समस्याएं खड़ी कर दी हैं। विकास, तकनीकी, उन्नति के नाम पर मानव ने जंगलों को उजाड़ दिया है। हमारी जीवनदायिनी वायु इतनी प्रदूषित हो गई है कि सांस लेना मुश्किल हो ग
🌱🌳 बड़े वृक्ष होने को खातिर 🌳🌱🌱🌱🌱 🌳 ✍️ 🌳 🌱🌱🌱🌱आलस्य का प्रकोप बढ़ा ,तनिक श्रम से कतराते हैं ,आसपड़ोस बाजार जाने में ,पैदल से बहुत घबड़ाते है ।सोच में पैदल आता नहीं ,साईकिल में अपमानि
हम हर साल कोई ना कोई दिवस मनाते है और उसके उपरांत उस दिन शपथ लेकर के अगले दिन भूल जाते हैं ऐसी ही आज राष्ट्रीय प्रदूषण नियन्त्रण के उपलक्ष्य में सभी सरकार व जनता शपथ लेंगी की हम प्रदूशण नही करेंगे वगे
वर्ष 1984 में भोपाल में हुई विश्व की सबसे भीषण औद्योगिक त्रासदी के दौरान हज़ारोँ की संख्या में जान गवाँने वाले मृतकों की याद में प्रतिवर्ष 2 दिसंबर को 'राष्ट्रीय प्रदूषण नियंत्रण दिवस' (National Pollut
प्रदूषण मुक्त बनाए भारत,जीवन करें सुरक्षित मानव।सब मिलकर एक मिशन चलाएं,प्रदूषण मानव का दानव।।वाहनों का उपयोग घटाएं,हर उत्सव पर पेड़ लगाए।तरू काटने से बचाएं,शुद्ध हवा और शुद्ध पानी पाएं।।जो जहरीली गैस
स्वस्थ शरीर जीवन की बहुमूल्य पूंजी है जिससे बढ़कर न शौहरत है न दौलत क्योंकि शरीर स्वस्थ नहीं काया निरोगी नहीं तो शौहरत का क्या करोगे, लेकिन प्रदूषित समाज में फैलती गंदगी हमारे स्वास्थ्य के लिए हानिक