स्वस्थ शरीर जीवन की बहुमूल्य पूंजी है जिससे बढ़कर न शौहरत है न दौलत क्योंकि शरीर स्वस्थ नहीं काया निरोगी नहीं तो शौहरत का क्या करोगे,
लेकिन प्रदूषित समाज में फैलती गंदगी हमारे स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है क्योंकि प्रदुषित हवा हमारे मुख के माध्यम से शरीर के अंदर प्रवेश कर जाती है जिससे सांस से जुड़ी और घातक बीमारी हो सकती है,
हालांकि हमारी सरकार इस दिशा में अपने कदम तेजी से बढ़ा रही है लोगों को जागरूक कर रही है लेकिन केवल कहने से प्रदूषण कम नहीं होगा इसके लिए जिम्मेदार होना होगा क्योंकि यह देश आपका है आप देश की जनता हो आपकी सुरक्षा का दायित्व अगर सरकार का है तो देश को प्रदुषण मुक्त रखने का दायित्व आपका भी है,
सुख सुविधाएं सरकार ने प्रदान की है आपको तो उससे होने वाले हानिकारक दुष्प्रभाव से आपको रक्षा करनी है पॉलीथिन का प्रयोग न करने के बजाय कपड़े के थैलों का प्रयोग करें, सूखा कचरा और गीला कचरा अलग रखें वृक्षारोपण करें साथ ही देश की सरकार ने प्रदूषण मुक्त देश की संकल्पना के उद्देश्य से राष्ट्रीय प्रदूषण नियंत्रण दिवस की जो मुहिम चलाई है उस पर अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाए क्योंकि सरकार योजनाएं लागू करती है और जनता का कार्य उसको अमल में लाना है।