आज किसान नेताओं की बाढ़ आ गयी है।ऐसे हीबिना जनाधार नेताओं ने राजनीती में उतरने व् खुद को चमकानेके लिए राजधानी के चारो ओर डेरा डाला है।इससे न केवल आम लोगों की नाक में दम कररखा हैƖ आंदोलन से नित्य दिनचर्या , रोजगार बुरी तरह से प्रभावित हुएहै। सड़क यातायात प्रभावित हुआहै। किसानों की फल