मुम्बई के स्ट्रगलर साइड एक्टर विहान और अपने शहर कानपुर से डबिंग आर्टिस्ट बनने मुम्बई आई शिवाक्षी की दिल को छू लेने वाली प्रेम कहानी।
यह कहानी एक ऐसी लड़की के बारे में है जिसे अपने जीवन के बारे में कुछ भी पता नहीं होता है पर उसे ऐसा लगता है कि उसके साथ कुछ ना कुछ जरूर होगा जो सबसे अलग होगा पर क्या होगा यह उसे पता नहीं होता है उसके जीवन के साथ एक रहस्य जुड़ा होता है जो उसे आगे चलकर
माँ का प्यार एक शानदार महल में एक खूबसूरत परी रहती थी, जिसे अपनी खूबसूरती पर बड़ा घमंड था। एक दिन उस परी ने घोषणा करी कि, “जिस प्राणी का बच्चा सबसे ज्यादा सुंदर होगा, उसे मैं इनाम दूँगी”। ये सुनकर सभी खुश हो गए और अपने-अपने बच्चों के साथ पुरस्कार को
प्रस्तुत पुस्तक में विश्व के बारे में बताया गया है।इसमें दुनिया की सच्चाई,स्थिति आदि के बारे में बाताया गया है।
जिंदगी सुहाना है मगर मौत का फसाना है जब तक है जिंदगी हम दुनिया के बंदगी जीते हैं जब तक हम कुछ करके देखे हम यह जिंदगी हमें मां-बाप तो देते हैं उन कर्तव्यों को पूरा करने का मार्ग हमें गुरु देते हैं ना गुरु होते ना यह ज्ञान होता ना शीष देते न कर्तव्य पू
देह व्यवसाय करणाऱ्या स्त्री,पुरुष संघर्ष
रूद्र और शरण्या की एक ऐसी कहानी जो आपको प्यार पर विश्वास करने पर मजबूर कर दे
यह मेरी मौलिक कविताओं का संकलन है जिसयें जीवन के विविध भावों और और रंगों का समावेश विभिन्न काव्य विधाओं में करने.का एक लघु प्रयास है।
मेरी इस पहली कृति का नाम 'सीमांचल' है। 'सीमांचल' शब्द का अर्थ सीमा के आसपास के भूखंड या अंचल से जुड़ता है। पहले यह स्पष्ट कर दूं कि इस कृति का नामकरण 'सीमांचल' करते हुए मेरे मन में कहीं भी कोई राजनीतिक नक्शा नहीं रहा है, बल्कि इस कृति के लिए यह नाम
कहानी संग्रह सास का बेटा, 15 कहानियों का संग्रह है। जीवन की आपाधापी, तो कुछ जीवन के कडुवे सच की कहानियाँ हैं। कहीं हौसले की उड़ान तो कहीं रोजी-रोटी के लिए महानगरों में बसी आबादी की घर वापसी की आस, खोये हुए गुफ्रान की घर की तलाश, रिश्तों के मनोविज्ञान,
पुलिस में नौकरी के दौरान मैंने कई प्रकार के अनुभव प्राप्त किये। इनमें से कुछ अनुभव इस पुस्तक के माध्यम से पाठकों के समक्ष रखना चाहता हूँ। पाठकों को इस पुस्तक के माध्यम से पुलिस की कुछ कार्यवाहियां एवम जेल में बंद लोगों के जीवन के बारे में बताने का प
'दो बैलों की कथा' प्रेमचंद द्वारा लिखित रचना है। प्रेमचंद अपनी रचनाओं के माध्यम से संदेश देने में माहिर हैं। समाज को अपनी रचनाओं के माध्यम से कैसे जगाया जाए, यह उन्हें बहुत अच्छी तरह आता है। यह कहानी सांकेतिक भाषा में यह संदेश देती है कि मनुष्य हो या
किसी भी पुस्तक को क्यों लिखा जाता है और क्यों पड़ा जाता है? अक्सर यह सवाल मेरे जहन में उठ जाया करता है। और अपने मन को शांत करने के लिए में उसे कुछ इस तरह समझा दिया करती हूं की एक पुस्तक इसलिए लिखी जाती है ताकि वो अपने जीवन में सीखे ज्ञान ,आनंद और सी
ये किताब सच और झूठ आप सब जरूर पढ़िएगा क्यों की आज कल लोग झूठ बोल कर बहुत खुश रहते हैं।