श्रीमान
सादर नमस्कार
मुझे बचपन से लिखने का बहुत शौक था इसलिए मैंने हमेशा खाली समय को व्यर्थ नहीं जाने दिया कुछ ना कुछ अवश्य लिखता रहा जो कि आज एक बड़ी संख्या बन चुकी हैं मैं चाहता हूं आप से जुड़कर अपनी कविताएं पब्लिक प्लेटफॉर्म में प्रमोट कर सकूं जिसके लिए मैं आपका आभार व्यक्त करते हुए हार्दिक शुभकामनाएं एवं अनंत अनंत बधाई देता हूं...