समस्या का समाधान हम खोजते नहीं हैं। असफलता का कारण भी कहां खोजते हैं... आगे असफलता से निराशा कयों (Asaphalataa se niraashaa kyon) - YouTube
बसन्त ऋतु (Basant Rtu)हिन्दी हाइकुलेखिका : डॉ. कंचन पुरी हाइकु 5-7-5 के क्रम वाली क्षणिक कविता है और इसमें एक क्षण को उसकी सम्पूर्णता सहित अभिव्यक्त किया जाता है। इस वीडियो में बसन्त ऋतु पर हाइकु दे रहे हैं। Video को LIKE और हमारे CHANNEL को SUBSCRIBE करना ना भूले!
नव विक्रम संवत् २०७४ आपके जीवन में सुख समृद्धि लाए, नए अवसर लाए, जीवन को सुख की सुगन्ध से महकाए। जय श्री राम जय माता की...। विक्रम संवत् २०७४ की हार्दिक शुभकामनाएं (vikram sanvat 2074 kee shubhakaamanaaen) - YouTube
अवसर कैसे पकड़ेंअवसर प्रतीक्षा करने पर नहीं आते हैं। आगे... अवसर कैसे पकड़ें (avasar kaise pakaDen) - YouTube
निंदा करने से आनन्द आता है पर बाद... आगे निन्दा करने से क्या होता है (Nindaa Karane se kyaa hotaa hai) - YouTube
कितना दर्द सहते हो तुम फूल ,कांटों मे भी मुस्कुराते हो तुम फूल ,महक से दिलों में खुशी लाते तुम फूल ,प्रक्रुति को अपने रंगों से, किसी नई दुल्हन सी सजाते तुम फूल । ॥1॥चाहे आए गर्मी जाड़ा या तूफ़ान कोई ,न तुम लडखड़ाते हो ,भौंरे तितली चुसे तुमको ,फिर भी प्यार उन पर लुटाते हो
मौन में शक्ति होती है इसलिए वह शक्तिशाली है। आगे... मौन शक्तिशाली है! (maun shaktishaalee hai) - YouTube
हम दुःखी क्यों हैं? इस प्रश्न का उत्तर जानने पर ज्ञात होगा कि...आगे हम दु:खी क्यों हैं ! (ham dukhee kyon hain) - YouTube
मन की लगाम कसकर रखें वरना बाद में पछताना पढ़ता है। आगे.... मन की लगाम कसकर रखें(man kee lagaam kasakar rakhen) - YouTube
रंगों का पर्व होली पर विशेषसभी मित्रों एवं शब्दनगरी के सदस्यों को सपरिवार होली की हार्दिक शुभकामनाएं। रंगों का यह त्यौहार आपके जीवन में अनेक खुशियां लेकर आए। हाइकु 5-7-5 के क्रम वाली क्षणिक कविता है और इसमें एक क्षण को उसकी सम्पूर्णता सहित अभिव्यक्त किया जाता है। इस वीडियो में 'होली आयी रे' के
सिर्फ पढ़ने से कुछ नहीं होता है। पढ़ने से बुद्धि की क्षमता बढ़ती हैं अौर क्षमता बढ़ने से स्वयं के परिष्कार करने की योग्यता आती है। आगे... JYOTISH NIKETAN SANDESH: कहीं आप सिर्फ पढ़ते तो नहीं
किसी भी सत्य की वैचारिक स्वीकृति कर लेना सरल है पर उसे जीवन में अपनाकर उसके अनुसार जीवन जीना अत्यन्त कठिन है। आगे JYOTISH NIKETAN: क्या आप महावीर हैं
जीवन निभाना भी एक महत्वपूर्ण दायित्व है, जो जीवन को जीने में कैसे कुशल बनें (Jeevan Ko Jeene Men Kaise Kushal Banen) - YouTube
यदि आप नित्य यह संकल्प लेते हैं कि मन, वचन, कर्म व काया से किसी को लेशमात्र भी मेरे द्वारा कष्ट न हो। आगे... JYOTISH NIKETAN SANDESH: गलत करने से बचना चाहते हैं तो यह करें
दान देने की सामर्थ्य हो तो अवश्य देना चाहिए। दान देकर जताने पर दान व्यर्थ चला जाता है। आगे... JYOTISH NIKETAN: दान देने से पहले जरूर ध्यान रखें !
जैसा हमारा विचार एकाग्र होता है वैसा ही हमारा ध्यान होता है। ध्यान के अनुरूप ही हम बनते हैं आैर फिर जीवन भी उसी के अनुरूप आगे बढ़ता है। यदि आपने अभी तक नहीं किया है तो SUBSCRIBE तुरन्त करें आपको नई वीडियो की जानकारी मिलती रहेगी।Video को LIKE और हमारे CHANNEL को SUBSC
सुवचन सकारात्मक होते हैं अौर दिशा निर्धारित करते हैं। सुपथ दिखाते हैं और लक्ष्य प्राप्ति में सहायक होते हैं। आज के सुवचन का शीर्षक 'उन्नति' है!यदि आपने अभी तक नहीं किया है तो SUBSCRIBE तुरन्त करें आपको नई वीडियो की जानकारी मिलती रहेगी।Video को LIKE और हमारे CHANNEL को
सुवचन सकारात्मक होते हैं अौर दिशा निर्धारित करते हैं। सुपथ दिखाते हैं और लक्ष्य प्राप्ति में सहायक होते हैं। आज के सुवचन का शीर्षक 'टकराव' है! Video को LIKE और हमारे CHANNEL को SUBSCRIBE करना ना भूले!यदि आपने अभी तक नहीं किया है तो SUBSCRIBE तुरन्त करें आपको नई वीडियो की जानकारी मिलती रहेगी।JYOTI
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सुवचन सकारात्मक होते हैं अौर दिशा निर्धारित करते हैं। सुपथ दिखाते हैं अौर लक्ष्य प्राप्ति में सहायक होते हैं। आज का सुवचन का शीर्षक 'सफल' है!Video को LIKE और हमारे CHANNEL को SUBSCRIBE करना ना भूले !JYOTISH NIKETAN