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शेरो शायरी की महफिल

sangita kulkarni

35 अध्याय
0 लोगों ने खरीदा
5 पाठक
27 फरवरी 2022 को पूर्ण की गई

मैं संगीता कुलकर्णी, एक उभरती हुंवी कवियित्री, मेरी किताब कुछ दिल से लिखी प्यारी बातों के बारे में है, जो सीधा दिल तक पहुंचेगी! इसमें मैनें कुछ गजल, शेरो शायरी लिखी है, उम्मीद करती हुं, आपको ये किताब पसंद आएगी, इससे प्रेरणा लेकर में ओर बेहतर लिखने की कोशिश करुंगी, और जल्द दुसरी किताब के साथ आपसे मिलने आऊंगी 

shero shayri ki mahfil

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बहुत अच्छा लिखा है आपने आदरणीया जी लिखती रहे सीखती रहे ।।।

पुस्तक के भाग

1

शेर शायरी

10 जनवरी 2022
1
1
1

कुछ बेगानों में अपनों की तलाश है ,कुछ अपने जो बेगाने हुंवे जा रहे है ,हाथ बढाकर चाहे साथ ना दे मुझे ,पर गिरने भी जो ना दे कभी मुझे !

2

शेरो शायरी

11 जनवरी 2022
2
1
3

निभाना होगा मुझे किया हर एक वादा ,चाहे मिले दर्द तुझसे हद से भी ज्यादा !

3

शेर शायरी

11 जनवरी 2022
1
1
0

उम्मीद जो तेरे आसपास मुझे दिखती है ,जरा बता देना कितनी देर वहीं रुकती है !

4

गजल

11 जनवरी 2022
1
0
0

सोचती हुं कैसी नई शुरूवात होती है ,जब आखों में ख्बाबों की नमीं होती है,उडना तो चाहते हम होकर आझाद पर,पाव में अनदेखी जिम्मेदारी की जंजीर है !खुब चाहते हम भी एकदिन कामयाब बने,अपनी ही काम से हमारी पहचान

5

शेर शायरी

12 जनवरी 2022
1
1
1

क्या कहु होती है तुझसे कितनी शिकायत किस्मत,पर तू भी है मजबूर तेरी तुझपर ना चलती हुकुमत !

6

शेर शायरी

12 जनवरी 2022
1
0
0

जिन रिश्ते मिलाये हद से ज्यादा जज्बात, वहीं दे जाते है हमें अकेलेपन की सौगात ।

7

शेरो शायरी

13 जनवरी 2022
1
1
1

एक पहल से कम होगा तेरे दिल का जहर ,दो कदम चलकर जाने से होगी रब की मेहर,हर पल क्यु रहता तू खुद में उलझा उलझा ,साथ मांगने से शायद जिंदगी हो जाये सुलझी

8

शेर शायरी

14 जनवरी 2022
0
0
0

क्यू है तेरा दर्द इतना गहरा,क्यू है नाराजगी का पेहरा ,खुशी देती हरपल आवाज,क्यू तू हुंवा जा रहा बेहरा

9

शेरो शायरी

15 जनवरी 2022
0
0
0

रुठ जाते है वो ख्बाब जो साथ बुने होते है,छुट जाते है वो साथ जो दिल से चुने होते है!

10

शेरो शायरी

15 जनवरी 2022
0
0
0

जिंदगी तुमसे मिलकर ही मुक्कमल सी लग रही है,वो उम्मीद का ताज पहनकर सूरज पर चढ रही है !

11

शेरो शायरी

17 जनवरी 2022
1
1
1

लब तेरे कितने राज मुझसे छिपाये है, शायद आजकल इसलिए मुस्कुराये है ।

12

शेरो शायरी

18 जनवरी 2022
0
0
0

कुछ रिश्तों की किस्मत अधूरी क्यु लिखी होती है,कितना भी साथ रहो फिर भी रिश्तों में दूरी होती है !

13

शेरो शायरी

18 जनवरी 2022
0
0
0

कैसे लिखे वो जज्बात जिसे खुन से सिंचा हो,कैसु कहुं वो बात जिसमें दर्द ही दर्द छुपा हो !

14

शेर शायरी

18 जनवरी 2022
0
0
0

टुटे दिल को जोडनेवाला कहां से धुंडु मेैं दर्जी,जानते इश्क में जख्म बडे है,दिल ना चले मर्जी!

15

शेरो शायरी

19 जनवरी 2022
0
0
0

जिन लकीरों का मिटना है तय,उनसे मुझे कौन सा है अब भय !

16

शेरो शायरी

19 जनवरी 2022
0
0
0

प्रीत में मीत से ना मिलने का तेरा ये रिवाज,जीने नहीं देता किसीको कृष्ण तेरा समाज !

17

शेरो शायरी

20 जनवरी 2022
0
0
0

दवा हाकीम ना जाने अब मेरे मर्ज की,नहीं होती सुनवाई कहीं मेरे अर्ज की!

18

शेरो शायरी

20 जनवरी 2022
1
1
1

जबाब मेरे तेरे साथ हरपल पाते है जो प्यार,उलझे सवालों की नैया मेरी उसीसे होती पार!

19

शेरो शायरी

21 जनवरी 2022
3
2
1

दर्द को ना आता कोई बहाना बनाना,नखरे तो सिर्फ खुशी के ही होते है,कितना भी सहेज के पास रखना चाहो,फिसलना तो उसकी फिदरत में ही है !

20

शेरो शायरी

22 जनवरी 2022
0
0
0

दिल का मंदिर लुट गया कोई अपना था मोहम्मद घूरी,शख्सियत तो अच्छी थी उसकी नियत थी लेकिन बुरी !

21

शेरो शायरी

23 जनवरी 2022
0
0
0

लूटमाट मचानेनाले नेस्तनाबूत हुवें कितने खिलजी ,हर दिल में अपनों के लिए जज्बात बने है रामजी !

22

शेरो शायरी

23 जनवरी 2022
0
0
0

इम्तहान मेरा हर दिन तब एक रोटी लेती है,आंखों में भूख प्यास लिए जब बेटी सोती है !

23

शेरो शायरी

24 जनवरी 2022
0
0
0

सदिया चलना चाहती हाथ थाम अब तेरे साथ,मेरी खुशियों की ओर बढता तू उम्मीद का हाथ !

24

शेरो शायरी

25 जनवरी 2022
0
0
0

कुछ ऐसे ख्बाब देखने की जरुरत की मैंने,चुर चुर हो गए सब सच्चाई के देखे आईने !

25

शेर शायरी

25 जनवरी 2022
0
0
0

मुमकिन होता तुझे पास आकर गले लगाना,आता मुझे भी खुली आंखों से ख्बाब सजाना !

26

शेरो शायरी

26 जनवरी 2022
0
0
0

वतन से प्यार है मुझे इसकदर,नहीं है कोई भी मेरा अब जिगर,रहता है तेरे पास रहने का सर पर मेरे जुनुन,क्या तेरा हो जाने से बढकर है कोई भी सुकुन !

27

शेरो शायरी

26 जनवरी 2022
0
0
0

जुबा ने तेरे नाम को ऐसे है रोका,जानती हुं तू मन खुबसुरत धोका !

28

शेरो शायरी

27 जनवरी 2022
1
1
0

अमीरों के घरोंदे के ऊंचे शामियाने,कहां पहुंचते है दर्द हमारे सारे रुहाने !

29

शोरो शायरी

29 जनवरी 2022
0
0
0

तकराके मुझसे अपने ख्बाब, पिछा छुडाके निकल जाते,मन कहे तब अपनाके, बेवक्त कभी कभी पराया कर जाते.

30

शेरो शायरी

30 जनवरी 2022
1
0
0

आते है बढचढकर निभाने तकलीफ जो जो हाथ,उसीसे बनता है ना सुहाने सफर का प्यारा साथ !

31

शेरो शायरी

31 जनवरी 2022
0
0
0

दावतों में किसीने हमें पडोसे है ख्वाईशों के लजीज पकवान,इसलिए हमें मनमर्जी खुद के लिए जीने का हुंवा शायद अरमान!

32

शेरो शायरी

2 फरवरी 2022
0
0
0

बडे प्यार से पुछते है वो मुझसे मेरे दिल का हाल,उन्हें क्या बताये उनके खयाल ने रखा मुझे संभाल!

33

लेख

3 फरवरी 2022
0
0
0

<div>मेरी कविता की किताब अनामिका अस्तित्व की तलाश amazon पर पब्लिश हो चुकी है, जरुर से देखे, पसंद आए तो खरीदिये, आपकी आशीर्वाद की जरुरत है मुझे.</div>

34

शेरो शायरी

3 फरवरी 2022
0
0
0

मेरे दिल का हाल रखा तुझे सोच अब मैनें संभाल,क्युकी तू सर से लेकर पांव तक सिर्फ मेरा खयाल!

35

शेरो शायरी

4 फरवरी 2022
0
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0

शायद आजकल में तुझसे बात नहीं करती,लेकिन चुप रहकर भी कहां मैं खुश हुं रहती

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