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श्री प्रभुदयाल मिश्र जी (भोपाल) द्वारा समीक्षा

4 जुलाई 2024

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#ग्रंथ_समीक्षा -राना लिधौरी:गौरव ग्रंथ

समीक्षक- #प्रभुदयाल_मिश्र, भोपाल

#कीर्तिर्यस्य_स:जीवति 

मुझे श्री रामगोपाल रैकवार द्वारा संपादित और जी टी एक्स पब्लीकेशन दिल्ली से प्रकाशित ‘#राना_लिधौरी: #गौरव_ग्रंथ’ को प्राप्त कर प्रसन्नता हुई । 51 वर्ष की आयु की पूर्णता पर इतने महाकाय (सवा चारसौ पृष्ठ) के इस ग्रंथ में श्री लिधौरी पर केंद्रित आलेख, कविताएँ, महत्वपूर्ण संदेश तो हैं ही, श्री लिधौरी के स्वयं के कृत्रित्व के भी विविध आयाम उद्घाटित हैं । 
श्री राना लिधौरी न केवल साहित्य सृजन में सतत निरत हैं अपितु वे बुन्देलखंड के हृदय केंद्र टीकमगढ़ के प्रेरणा पुरुष और क्षेत्रीय विरासत के समर्पित शोधार्थी भी हैं । मध्यप्रदेश लेखक संघ के प्रांतीय अध्यक्ष के रूप में मैंने उनकी सक्रिय भूमिका का अनेकश: संदर्शन किया है । टीकमगढ़ क्षेत्र की उनकी सार्थक रचनात्मक सक्रियता, संयोजना और सार्थक शोध यात्रा का भी मुझे निरंतर अभिज्ञान होता रहा है । 
महाभारत में युधिष्ठिर यक्ष (धर्मराज) के एक प्रश्न के उत्तर में कहते हैं – कीर्तिर्यस्य स: जीवति । अर्थात् मनुष्य की कीर्ति ही उसकी दीर्घजीविता है । इस प्रकार एक अर्थ में श्री राजीव नामदेव राना ‘लिधौरी’ अपनी जीवन यात्रा के द्वितीय चरण में ही कीर्तिवान- गौरव-ग्रंथ की विषयवस्तु बने हैं जो एक अतीव उल्लास का प्रसंग बनता है । 
मेरा उनकी इस यश-यात्रा के सहयोगी और सहयात्रियों के प्रति भी प्रशंसा भाव है कि उन्होंने श्री राना के व्यक्तित्व और कृत्रित्व का सारयुक्त समाकलन रचना संसार को उपलब्ध कराया । 

#प्रभुदयाल_मिश्र, 
#अध्यक्ष_महर्षि_अगस्त्य_वैदिक संस्थानम् और प्रधान संपादक तुलसी मानस भारती, #भोपाल (9425079072)article-image
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रचनाएँ
पुस्तक समीक्षा राना लिधौरी गौरव ग्रंथ
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समीक्षा-राना लिधौरी: गौरव ग्रंथ- संपादक -रामगोपाल रैकवार’ प्रकाशक- म.प्र. लेखक संघ टीकमगढ़ समीक्षक -एन.डी. सोनी, टीकमगढ़ मूल्य-1200/सजिल्द, पेज-426 सन्-2023 गौरव ग्रंथ या अभिनंदन गं्रथ लेखन की परम्परा साहित्य जगत में काफी समय से प्रचलित है,लेकिन हाल के कुछ बर्षो में इस परम्परा में बहुत तेजी से विकास हुआ है। पहले अच्छे स्थापित साहित्यकारों की संख्या कम होती थी और बर्षों में कोई सम्पादक अभिनंदन ग्रंथ लेखन की हिम्मत जुटा पाता था। आज साहित्य लेखन का विकास बहुत तेजी से हो रहा है और साहित्यकार कम समये में अधिक लेखन कर पुस्तकों का प्रकाशन कर रहे हैं और साधनों की सुलभता से उनका काम और नाम सबके सामने आ रहा है। मीडिया के माध्यम से उनकी ख्याति में चार चाँद लग रहे हैं। हर जिले में ऐसे साहित्यकार उभर कर सामने आ रहे हैं। इसी कड़ी में टीकमगढ़ जिले के मध्यप्रदेश लेखक संघ के जिलाध्यक्ष राजीव नामदेव ‘राना लिधौरी’ ने कम समय में अधिक लेखन कर ख्याति अर्जित की हैं वे गद्य एवं पद्य दोनों विधाओं में विभिन्न प्रकार से लेखन कर  रहे हैं । वे ‘आंकाक्षा’ पत्रिका का विगत 18 वर्षों से सफल संपादन करते आ रहे है और ई-बुक्स लेखन में तो उन्होंने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर नए-नए रिकार्ड बनाए है। उन्होंने मात्र दो साल की अल्प अबधि में ही 133 ई बुक्स का ई प्रकाशन कर एक कीर्तिमान स्थापित कर दिया है। राना लिधौरी के इक्यावनवें जन्मदिन पर उनके निकटतम सहयोगी और घनिष्ट मित्र रामगोपाल रैकवार ने उन्हें गौरव ग्रंथ समर्पित कर एक बहुमूल्य तोहफा भेंट किया है। यह ग्रंथ राजीव नामदेव ‘राना लिधौरी’ के जीवन की ऐसी निधि है जो उन्हें आत्म संतोष के साथ प्रेरणा स्रोत का काम करेगी और वे अधिक लेखक का प्रयास करेंगे। यह गौरव ग्रंथ चार सौ छब्बीस पृष्ठों का है जिसे सम्पादक ने आठ खण्डांे में विभक्त किया है। म.प्र.लेखक के प्रदेशाध्यक्ष डाॅ. राम बल्लभ आचार्य ने ग्रंथ की भ्ूामिका लिखकर ‘राना लिधौरी’ और ग्रंथ का गौरव बढ़ाया हैं प्रथम खण्ड में राना लिधौरी पर केन्द्रित आलेख है जो उनकी प्रतिभा को उजागर करते हैं। इस खण्ड में उनके जीवन से जुड़े मित्रों और साथी साहित्यकारों ने उनके लेखन के विविध आयामों पर प्रकाश डाला है। डाॅ. बहादुर सिंह परमार,छत्रसाल विश्व विद्यालय(छतरपुर) और संतोष सिंह परिहार (बुरहानपुर)जैसे प्रतिष्ठित साहित्यकारों ने भी राना लिधौरी
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समीक्षा श्री एन डी सोनी

10 सितम्बर 2023
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समीक्षा-राना लिधौरी: गौरव ग्रंथ-संपादक -रामगोपाल रैकवार’प्रकाशक- म.प्र. लेखक संघ टीकमगढ़समीक्षक -एन.डी. सोनी, टीकमगढ़मूल्य-1200/सजिल्द, पेज-426 सन्-2023गौरव ग्रंथ या अभिनंदन गं्रथ लेखन की परम्परा साहित्

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लोक देवता-जगदेव (महाकाव्य)

19 दिसम्बर 2023
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*पुस्तक समीक्षा:-‘‘लोक देवता-राजा जगदेव’’ (महाकाव्य)*लेखक:- डाॅ. एम.एल. प्रभाकरप्रकाशन वर्षः- 2023 मूल्यः-1100रु. पेज-376प्रकाशक-आशा प्रकाशन कानपुर-208002*समीक्षक:- राजीव नामदेव ‘राना लिध

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बुन्देली लोक नाटय एक अनुशीलन’’ (शोध कार्य)

19 दिसम्बर 2023
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*पुस्तक समीक्षा:-‘‘बुन्देली लोक नाटय एक अनुशीलन’’ (शोध कार्य)*लेखक:- डाॅ. एम.एल. प्रभाकरप्रकाशन वर्षः- 2022 मूल्यः-1500रु. पेज-519प्रकाशक-आशा प्रकाशन कानपुर-208002*समीक्षक:- राजीव नामदेव

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रास्ते और मंज़िलें’ - रविन्द्र यादव,पलेरा(टीकमगढ़)

19 दिसम्बर 2023
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पुस्तक समीक्षा:-रास्ते और मंज़िलें’ समीक्षक-राजीव नामदेव ‘राना लिधौरी’युवा कवि रविन्द्र यादव

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समीक्षा श्री एन डी सोनी

15 मई 2024
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समीक्षा-राना लिधौरी: गौरव ग्रंथ-संपादक -रामगोपाल रैकवार’प्रकाशक- म.प्र. लेखक संघ टीकमगढ़समीक्षक -एन.डी. सोनी, टीकमगढ़मूल्य-1200/सजिल्द, पेज-426 सन्-2023गौरव ग्रंथ या अभिनंदन गं्रथ लेखन की परम्परा साहित्

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#ग्रंथ_समीक्षा -राना लिधौरी:गौरव ग्रंथसमीक्षक- #प्रभुदयाल_मिश्र, भोपाल#कीर्तिर्यस्य_स:जीवति मुझे श्री रामगोपाल रैकवार द्वारा संपादित और जी टी एक्स पब्लीकेशन दिल्ली से प्रकाशित ‘#राना_लिधौरी: #गौर

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