एक ऐसे बच्चे की कहानी,जिसकी माँ नहीं है और वो एख अन्जान औरत को अपनी माँ मानकर अपने घर ले आता है,फिर क्या वो औरत उस बच्चे को अपना पाती है, बच्चे को स्नेह दे पाती है,...
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बहुत अच्छी कहानी है 👌 👌 👌
अच्छी कहानी
बहुत बढ़िया कहानी प्रस्तुति
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<div align="left"><p dir="ltr">अरी..ओ संयोगिता ...<br> कहां मर गई, जरा इधर तो आ...<br> च
<div align="left"><p dir="ltr"> ऐसे ही हफ्ते भर बीते थे कि राजदेव ने संयोगिता को फिर बाजार में
<div align="left"><p dir="ltr">सुबह हुई___<br> संयोगिता को तो आदत थी जल्दी उठने की, ऊपर से मुर्गे ने
<div align="left"><p dir="ltr">सबके जाने के बाद पता नहीं संयोगिता को क्या हुआ, ऐसे ही खड़े खड़े गिरक