सूर्य और
समय
जंगल,
जिसमें हम खोज रहे थे
प्राकृतिक सुंदरता कुछ पल पूर्व
ओढ़ता जा रहा है
भयावह आवरण
अंधकार का !
.... और हम भागना चाहते हैं
दूर, कहीं दूर ।
इस अंधकार से,
इस जंगल से ।
सूरज का आना
और सूरज का जाना
बदल जाता नित
जंगल के विभिन्न रूप।
जंगल तो वही
बस,
चमत्कार सूर्य का ।
समय का गुजर जाना
बदल जाता ज्यों
शरीर के विभिन्न रूप
बचपन, यौवन, वृद्धावस्था,
शरीर तो वही
बस,
चमत्कार समय का।