ई-ईश्वर
हम
बढ़े जा रहे थे
ले रहे थे आनंद…
गुजरते द्वीपों का,
लुभावने
सुहावने
दृश्यों का।
चाँद
साथ-साथ हमारे,
अचानक
टकराई नाव
उलट गई वह
और
घबराए हम ।
किंतु
थैंक्स टू ई-ई-ईश्वर ।
ये तो ई-नाव थी,
ई-सैर को
निकले थे हम,
वर्चुअल रिअलिटी
के संसार में।
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