गुल एक नर बया अभी अभी अपनी संगिनी को रिझाने के लिए घोंसला बनाना शुरू किया,उम्मीद है कि इस बार कोई न कोई मादा नया उसके घोंसले को पसंद करेगी और फिर वे इस घोंसले में आराम से रहकर जीवन बीताएंगे।
25 दिन हो गए गुल ने पूरी लगन से घोंसला तैयार कर दिया। अरे आज तो बहुत मादा बया उसके घोंसले के आस पास घूम रही हैं।
अरे नीला ,नीला ने तो उसे और उसके घोंसले को पसंद कर लिया।
हाय मैं कितना खुशनसीब हूं ,(मन ही मन गुल मुस्काया)।
दोनों उस सुंदर घोंसले में रहने लगे,नीला ने दो सफेद रंग के अंडे दिए।
14 से 15 दिन उन अंडों को सेने में नीला को लगे।कीट ,अनाजों के बीज गुल ले आया करता था।
बच्चे निकल आए।
फिर एक दिन गुल निकला तो फिर वापस न लौटा ।
बच्चों को भी उड़ना आ गया,बच्चे उड़ गए,नीला क्या करती ।नीला भी उड़ गई और पीछे रह गया उजड़ा घोंसला।