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उलझन

3 फरवरी 2022

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 हर व्यक्ति अपने में एक उपन्यास समेटे हुए है,   यदि मैं उसे  शब्दो मे सजा कर आपके सामने परोस देता हूं तो क्या आप मुझे हेय दृष्टि से देखेंगे या मुझे समाज की गन्दगी उलीचने वाला सफाई कर्मचारी कहेंगे या फिर धन्यवाद देंगे समाज को सावधान करने के लिए, मेरी लेखनी को धन्य कहेंगे स्थिति को हूबहू रखने के लिए । आपको अपनी बहू बेटियों को संभालने  की शायद दिशा मिल जाएगी  या बेटों के कान मरोड़ने का सशक्त आधार, देखो क्या हश्र हुआ है फलाने का,  पढ़ो इसे  ।
Dinesh Dubey

Dinesh Dubey

बहुत बढ़िया

3 फरवरी 2022

कविता रावत

कविता रावत

यही गुण तो होनाा चाहिए एक लेखक में बहुत सुन्‍दर, हार्दिक शुभकामनाएं

3 फरवरी 2022

 Dr Vasu Dev yadav

Dr Vasu Dev yadav

20 फरवरी 2022

आत्मीय आभार कविता जी, बहुत बहुत धन्यवाद

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रचनाएँ
उपन्यास शब्दों की सर्जरी
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शब्द अपने आप में एक विशाल समुद्र है यह अपने गर्भ में असंख्य हीरे मोती एवं ज़हर की पोटली समाए रखते है एक शब्द युद्ध की नींव रख सकता है तो एक शब्द वात्सल्य की गंगा बहा सकता है । इस पवित्र गंगा को मैली करने का सामर्थ्य शब्दों में ही तो है। यह शब्द ही तो है जिसके मोह जाल में लडकियां ज्यादा शिकार होती हुई दिख रही है । कहीं कहीं इनके शब्द भी महाभारत रचते हुए दिखाई दे जाते है । इन्हीं तानों बानो में उलझे इस उपन्यास के शब्द आपको मार्ग दर्शन भी देते प्रतीत होंगे इसी के साथ ही.... आपके आशीर्वाद का आकांक्षी आपका ही डॉ वासु देव यादव
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शब्दों की सर्जरी

3 फरवरी 2022
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लेखक हूं मैं ,किसी से बात भी करता हूं तो सामने वाले की माथे की लकीरों को भी वार्ता के दौरान पढ़ने की कोशिश करता हूं ! ज्योतिषी समझने भूल मत करना आप , मैं उसके चेहरे के हाव भाव में&nb

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उलझन

3 फरवरी 2022
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हर व्यक्ति अपने में एक उपन्यास समेटे हुए है, यदि मैं उसे शब्दो मे सजा कर आपके सामने परोस देता हूं तो क्या आप मुझे हेय दृष्टि से देखेंगे या मुझे समाज की गन्दगी उलीचने वाला

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मुंडेर की बातें

5 फरवरी 2022
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: ये शब्दो के जादू ही तो है कि ये किसी की गलत फहमी को मिनटों में दूर कर देते हैं तो किसी के मन में ऐसी फांस डाल देते है कि अगला व्यक्ति चाह कर भी ताउम्र अपने रिश्

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उम्र की चुगली

5 फरवरी 2022
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वह मुंडेर तो पंडित जी की है । हरिओम जी और उनकी पत्नी ही रहती हैं । शायद बेटा भी आजकल आया हुआ है ! किसी ने अपनी जानकारी उछाल दी ।कहानी को बल

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बातों की फिरकी

5 फरवरी 2022
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: संभ्रांत ग्रुप के एक व्यक्ति ने दार्शनिकता दिखाई , देखिए अभी इन बातो का उचित समय नहीं है , हमें पहले लड़की के उपचार के बारे में सोचना चहिए।जी, सही कह रहे है आप , 112 में फोन तो किया गया था..&n

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शब्दो का बबाल

6 फरवरी 2022
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तुमने क्या नाम बताया था इस लड़की का? रजनी नाम है उसका , क्यों? और उसके तथाकथित पापा का पूरा नाम क्या है ?हरिओम शर्मा , और क्या? ठीक है मैं अपने एक दोस्त को फोन क

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नया खुलासा

7 फरवरी 2022
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कांड में नाम जुड़ने से इतनी व्यथित हूं कि जब तक मेरे पति का नाम उछालने वालों को सबक न सिखा दूंगी , मैं चैन नहीं लूंगी। पत्नी के मुख से मिसेज हरिओम की घोषणा सुन कर अन्दर&n

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शब्दों का प्रभाव

8 फरवरी 2022
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पत्नी चाय ले कर आ गई थी तो बातों का क्रम वहीं टूट गया । लीजिए शर्मा जी, मेरी बीबी की चाय का आप पहली बार स्वाद लें और बताएं कि कैसी है? हरिओम जी ने एक घूंट लेते ही ऐसा

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शब्द के गुब्बारों का विच्छेदन

8 फरवरी 2022
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काफी देर हो गई है पत्नी जी का फोन आने ही वाला होगा कि बात ज्यादा तो नही बिगड़ गई है ,शर्मा जी के चेहरे पर एक आत्मीय मुस्कान थी। स्वाभाविक रुप से हम दोनों के मुखमंडल भी दमक

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स्पॉ सेंटर

9 फरवरी 2022
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धीरे धीरे भीड़ का हिस्सा बनने से मैं भी खुद को न रोक पाया चूंकि यह मेरे कहानी की सृजन शाला थी । मेरे कलम की तृप्ति स्थली थी यह । सड़क के किनारे की

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बलात्कार

10 फरवरी 2022
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उसी ज्ञानी ने बात आगे बढ़ाई मुझको को तो अंदेशा है हो न हो यह स्पॉ से भागी हुई वही लड़की है । पुलिस की रेड पड़ गई होगी तो यह मौका देख कर किनारे से भाग ली होगी ।स्पॉ में रेड!!उस

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भीड़

11 फरवरी 2022
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मैने महसूस किया कि भीड़ इतनी तन्मयता से सुन रही थी एवम देख रही थी मानो किसी नुक्कड़ पर मुजरे वाली ने मुजरा करते करते अपने दुपट्टे को हवा में उछाल दिया हो । मुझे बड़ी कोफ्त

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विध्वंसक

11 फरवरी 2022
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लेकिन मां सरस्वती जी की बड़ी कृपा रही है मुझ पर ।मैने पलक झपकते ही कहा _ मेरी पत्नी जी ने कुछ किराने का सामान लेने भेजा था लेकिन मैं आपलोगों के सम्मोहन में कुछ ज्यादा ही

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तीसरी वाली

12 फरवरी 2022
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मैं जितना भी पत्नी शब्द को लेकर सोचता हूं तो पाता हूं कि उनका व्यक्तित्व धूमिल करने में हम पुरुषों का बहुत बड़ा हाथ होता है। वरना कोई पल ऐसा नहीं होता जब

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खुशी

13 फरवरी 2022
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पति के अंहकार के परिणाम में उनकी प्रताड़ना पत्नी के लिए उसकी सौत की तरह ही होती है चूंकि वह उसके दुःख का कारण बनती है।दुकानदार द्वारा मुझे ट

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प्रयोग

14 फरवरी 2022
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कुछ देर बाद प्रसन्न मन से कलम की भूख शांत करने बैठ गया तो रात कब गहरा गई पता ही नही चला , अंगुलियों के साथ साथ आँखें भी थक गई गर्दन भी अकड़ सी गई थी पत्नी ने डिनर ले लेने की बा

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चंचल मन

14 फरवरी 2022
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मन की वितृष्णा एकांत ढूंढती है पर मेरे इस शयनगाह में कुछ देर पश्चात् मेरी पत्नी का आगमन होने वाला था, क्या मैं उस क्षण उसके सानिध्य में मेरे मन को सांत्वना दे पाऊंगा कि म

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लड़की का बयान

15 फरवरी 2022
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रात से मन बड़ा ही बैचेन था । ट्रेन में हुए बलात्कार की घटना का समाचार पढ़ने के बाद ठीक से नींद नहीं आ पाई और सुबह जल्दी नींद भी टूट गई फिर से सोने की कोशिश की तो नींद नही

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रहस्य

16 फरवरी 2022
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कह तो आप सही रहे हैं बक्शी जी , मैंने भी महसूस किया है कि लड़की कुछ छिपा तो अवश्य रही है लेकिन क्या छुपा रही है ... हम ने भी जानने की कोशिश की है लेकिन अभी तक सफल नहीं हो

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छंटती हुई धुंध

17 फरवरी 2022
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चार बजे का समय था , बख्शी जी ने पत्नी से चाय बनवाई और साथ बैठ कर पीने के बाद उसे मिसेज शर्मा के पास जाने को कह कर सुबह हुई बातो को अपनी डायरी में

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लड़की की जिद्द

17 फरवरी 2022
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रजनी लोगों की निगाहें अपनी ओर उठती देख नर्वस हो गई और बोली_ आंटी मैं कल आपके पास आती हूं , घर में बैठ कर बातें करेंगे ।ठीक है न बेटा , तुम्हारा ही घर है जब तुम चाहो । दो बजे अं

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खुशियों की बौछार

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मेरा मन आज काफी प्रसन्न था, इसके लिए आईना देखने की कतई आवश्यकता नही थी। वापसी में एक रेस्तरां में चाय का आर्डर देने का मेरा अंदाज ही इतना निराला था&nbsp

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रहस्य के पीछे की गंदगी

19 फरवरी 2022
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मिसेज शर्मा अपने बाग से लाई हुई पान की पत्तियों में लौंग डाल कर मुख में रखने ही जा रहीं थीं कि रजनी ने कमरे में प्रवेश किया ।मम्मी इससे क्या फायदा होता

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रजनी छत से क्यों गिरी?

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मेरा कार्यालय में आज पहला दिन था, अपने कार्य को व्यस्थित करते करते अंधेरा घिर आया था, जब कि मैं आज जल्दी घर जाने को बेसब्र था। पत्नी ने कहा था , आते समय जलेबी लेते आ

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हेमा

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मैं काल बेल बजाने ही वाला था कि पत्नी ने दरवाजा खोल दिया शायद मेरी बाइक की आवाज उनके कानों तक पहुंच गई थी । मेरा अनुमान था कि आज वह बहुत प्रसन्न होगी , किंतु मेरी आशा के विपरीत

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निरीक्षण

22 फरवरी 2022
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समय कहां किसके लिए रुकता है ।कॉलोनी गेट की भीड़ में रोज नए अफसाने लिखे जा रहे थे । बीच बीच में पुलिस शुभम शर्मा के यहां डंडा घुमा कर चल देती थी । मैं अमावस की रात्रि तक य

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रहस्य का पटाक्षेप

22 फरवरी 2022
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बहुत दिनों के बाद कल रात काफी अच्छी नींद आई थी शायद पत्नी की नई प्रतिभा ने मेरे मन को अत्यंत सुकून प्रदान किया था ।मैं तैयार हो कर अपने कार्यालय निकलने ही वाला था क

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नई सुबह

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मिसेज बख्शी, शर्मा जी के ही घर बैठ कर रजनी के आने का इंतजार कर रही थी । रजनी के आते ही मेरी पत्नी ने उठ कर उसे ऐसे गले लगाया जैसे वही उसकी सगी मां हो इस भावप

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