विश्वास की इन टूटी डालियों को ,
कोई तो उठ के सहारा दे दो ,
छोडो न इनको भाग्य के भरोसे ,
बस साथ होने का इशारा दे दो,
पहुंच कररहेंगेऐअपनीमंजिलतक ।....
puri राह नहीं , बस चलने का किनारा दे दो ,
ऐ भरकर रहेंगे दिलों में उजालों की बिजलियाँ ,
बस इनको विश्वास का एक शरारा दे दो ,।.....
bas शान से जीने का हक़ हमारा दे दो ।..........