जींद: एक तरफ पीएम मोदी खिलाडियों के कल्याण की बात करते है वही दूसरी ओर रविवार को जींद में आयोजित भाजपा अध्यक्ष अमित शाह की रैली स्थल में नेशनल खिलाड़ी पानी पिलाकर भीड़ की प्यास बुझाते दिखे. इस रैली के आयोजक केंद्रीय मंत्री बीरेंद्र सिंह ने रियो में पदक जीतने पर प्रदेश के खिलाड़ियों की पीठ थपथपाई, लेकिन इस क्रायर्कम के दौरान नरवाना की सरकारी हैंडबॅाल नर्सरी के खिलाडी जनता को पानी पिलाते रहे यही नहीं खिलाड़ियों ने खुद जूठे गिलास भी उठाय़े.
सरकारी हैंडबाल नर्सरी के खिलाड़ियों ने पानी पिलाया
पसीने से तर-बतर ये खिलाड़ी खुद ही टैंकरों से पानी कैपरों में भर-भरकर रैली स्थल तक लाकर भीड़ की प्यास बुझा रहे थे. हांलाकि पानी पिलाना पुण्य का काम है लेकिन अमित शाह के रैली के लिए सरकारी हैंडबाल नर्सरी के अलावा अन्य खिलाड़ियों को पानीं पिलाने के लिए लगाने की कई लोग जोरदार आलोचना कर रहे हैं. खिलाड़ियो को इस तरह पानी पिलाने की लोगों में खूब चर्चा रही.
खुद खेल अधिकारी खिलाडियों से काम करवा रहे थे
जिला अधिकारी डॅा जुगभिंद्र श्योकंद इन खिलाड़ियों पर नजर रखकर यह काम करना रहे थे लेकिन जब लोगों को पता लगा तो उन्होनें खिलाड़ियों की सराहना करते हुए कहा कि पानी पिलाने के लिए पार्टी को अपने वालंटियर लगाने चाहिए थे. इन खिलाड़ियों की संख्या लगभग 60 से अधिक थी. पहले दो घंटे तक खिलाड़ियो को गिलास भर-भरकर रैली में आए लोगों से पानी पिलाने को कहा गया और उसके बाद उनसे पानी की बोतलें और पैकेट बंटवाए गए. कुछ खिलाड़ियो ने किसका विरोध किया तो जिला खेल अधिकारी ने उन्हें आराम करने को कह दिया . थोड़ी देर बाद ही उन्हें फिर से पानी पिलाने के काम पर लगा दिया गया.
वो खिलाड़ी जो देश के लिए मेडल लाने के लिए दिन रात एक करते है, वहीं गौरव रैली में उनसे पानी बंटवाने की प्रैक्टिस करवाई गई.