नई दिल्ली: चेनानी-नशरी टनल, जी हां यही नाम है देश की सबसे बड़ी सुरंग का, देश की सबसे लंबी यह सुरंग जल्द ही आम लोगों के लिए खुलने वाली हैं। लेकिन इसके उद्घाटन के लिए 2 अप्रैल को देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आने का इंतज़ार है। जम्मू-श्रीनगर नेशनल हाइवे पर स्थित चेनानी-नशरी टनल (सुरंग) की लंबाई 9.28 किलोमीटर है। प्रधानमंत्री कार्यलय में राज्यमंत्री जितेन्द्र सिंह ने बताया, ‘प्रधानमंत्री दो अप्रैल को जम्मू कश्मीर राजमार्ग पर चेनानी-नशरी सुरंग मार्ग का उद्घाटन करेंगे। साथ ही वह राष्ट्र को समर्पित करने के बाद मोदी एक जनसभा को भी संबोधित करेंगे। वैसे इस सुरंग को तो 2016 में तैयार होना था, लेकिन कई कारणों के चलते 9 माह की देरी हो गई और अब प्रधानमंत्री मोदी के आने का इंतज़ार।
आख़िर क्या है देश की सबसे लंबी सुरंग की ख़ासियत-
1)- 9.2 किलोमीटर लंबी इस सुरंग के निर्माण की कुल लागत 3,720 करोड़ रुपए है। शुरू में इसकी अनुमानित कीमत 1,200 करोड़ रुपए लगाई गई थी।
2)- इस सुरंग के चालू होने के बाद से जम्मू से श्रीनगर के बीच की दूरी 30.11 किलोमीटर कम हो जाएगी, जिससे की प्रतिदिन 27 लाख रुपए कीमत के ईधन की बचत होगी।
3)- जम्मू-श्रीनगर हाइवे पर बनी सुरंग की लंबाई 9.28 किलोमीटर है। यह देश की सबसे लंबी सुरंग है। वहीं, पूरी दुनिया में सबसे लंबी सुरंग नॉर्वे में है, इसकी लंबाई 24.51 किलोमीटर है।
4)- यह भारत की पहली सुरंग होगी जिसमें ‘इंटीग्रेटेड टनल कंट्रोल सिस्टम’ लगाया गया है। जिसमें हवा के आवागमन, अग्निशमन, सिग्नल, संचार और बिजली की व्यवस्था स्वचालित तरीके से काम करेगी।
5)- इस सुरंग की सबसे बड़ी बात ये है कि इसमें 120 से ज्यादा सीसीटीवी लगाए गए हैं, जिनमें हर कैमरे की दूरी 75 मीटर है।
6)- इस मार्ग से राज्य की दो राजधानियों जम्मू और श्रीनगर के बीच सफर में ढाई घंटे कम समय लगेगा। यह सुरंग मार्ग निचली हिमालय पर्वत श्रृंखला में बनाया गया है। यह सुरंग 1200 मीटर की उंचाई पर स्थित है।
7)- सड़क मार्ग से चेनानी और नशरी के बीच की दूरी 41 किलोमीटर के बजाए अब 10.9 किलोमीटर रह जाएगी।
8)- इस सुरंग की सबसे बड़ी बात ये है कि इसमें 120 से ज्यादा सीसीटीवी लगाए गए हैं, जिनमें हर कैमरे की दूरी 75 मीटर है।
9)- इस सुरंग का निर्माण 2011 में शुरू हुआ था। अब पीएम मोदी द्वारा उद्धाघटन के बाद इसको आम जन के लिए खोला दिया जाएगा।
10)- इस सुरंग का ट्रायल पूरा हो चुका है। जल्दी ही आम यातायात के लिए इसको खोल दिया जाएगा। यह 286 किलोमीटर लंबे जम्मू-कश्मीर फोरलेन प्रोजेक्ट का हिस्सा है।