देहरादून: उत्तराखण्ड की विधानसभा में उस वक़्त सब लोग चौंक गए जब अचानक से पूर्व सीएम हरीश रावत को विधानसभा में देखा गया. दरअसल हरीश रावत विधानसभा की कार्यवाही देखने पहुंचे तो दर्शक दीर्घा में बैठे लोग और विधानसभा में मौजूद सभी विधायकों को कुछ समझ नहीं आया. लेकिन पूर्व सीएम हरीश रावत यहीं नहीं रुके बल्कि नए सीएम त्रिवेंद्र रावत और उनकी सरकार पर जमकर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र रावत की भ्रष्टाचार के विरुद्ध धर्मयुद्ध छेड़ने की बात है. लेकिन इनकी जांच सीबीआई के साथ-साथ हाईकोर्ट और सुप्रीम कोर्ट के रिटायर्ड जज से भी करानी चाहिए.
गौरतलब है कि पूर्व सीएम हरीश रावत दो सीटों से चुनाव लड़े थे. लेकिन हरिद्वार ग्रामीण और ऊधमसिंहनगर की किच्छा, दोनो सीटों से रावत बुरी तरह हारे. इसके बावजूद हरीश रावत को विधानसभा में बैठा देख हर कोई थोड़ी देर के लिए दंग रह गया.
दरअसल, सरकार बनने के बाद उत्तराखण्ड विधानसभा का पहला सत्र चल रहा है. सत्र के तीसरे दिन पूर्व सीएम हरीश रावत को विधानसभा में देख किसी को भी यक़ीन नहीं हो रहा था कि आखिरकार दोनों सीट से हारने के बाद यह सदन में कर क्या रहे हैं. सदन के साथ-साथ पत्रकार दीर्घा में बैठे मीडियाकर्मी भी पूर्व सीएम हरीश रावत को बैठे देख दंग रह गए. इतना ही नहीं हरीश रावत ने विधानसभा परिसर में बाकायदा मीडिया से बात की और अपने ही अंदाज में पूर्व मुख्यमंत्री ने सीएम त्रिवेंद्र रावत को घेरने की कोशिश की.
पूर्व सीएम हरीश रावत ने कहा कि उनके कार्यकाल में सामने आई कथित अनियमितताओं के साथ-साथ उनसे पूर्व में सामने आए भ्रष्टाचार के मामलों की भी जांच कराने चाहिए. गौरतलब है कि हरीश रावत से पूर्व विजय बहुगुणा कांग्रेस सरकार में सीएम थे. कांग्रेस से पहले भाजपा सरकार में निशंक और खंडूरी सीएम रहे हैं. हालांकि सीएम हरीश रावत दर्शक दीर्घा में बैठकर कार्यवाही सदन की कार्यवाही देखने के लिेए आए थे लेकिन जैसे ही लंच टाईम हुआ वह खुद को रोक न सके और मीडिया में जाकर त्रिवेंद्र रावत और उनकी सरकार को घेरने में लग गए.