देहरादून : उत्तराखंड विधानसभा चुनावों से पहले कांग्रेस पार्टी से बीजेपी में शामिल हुए कई दिग्गज नेता अब अपने क्षेत्रों में प्रचार के लिए निकल पड़े हैं। बीजेपी में शामिल होना सभी कांग्रेसी बागियों के लिए लाभदायक सिद्ध हुआ। बीजेपी ने कांग्रेस से आये दिग्गज नेता हरक सिंह रावत को कोटद्वार से मैदान में उतारा है। हरक सिंह रावत बीजेपी में आते ही प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के रंग रगते नजर आ रहे हैं।
न्यूज़ वेबसाइट दैनिक उत्तराखंड की एक खबर के अनुसार कोटद्वार से बीजेपी द्वारा उनको टिकट के बाद वह मोदी के अंदाज़ में प्रचार करेंगे। हरक सिंह रावत ने कहा कि '''न मुझे किसी ने भेजा है, न मैं यहाँ आया हूँ, मुझे तो बाबा सिद्धबली ने बुलाया है'। बता दें कि कोटद्वार में सिद्धबली का मशहूर मंदिर है जिसकी क्षेत्र में बेहद मान्यता है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने जब साल 2014 में वाराणसी से लोकसभा चुनाव लड़ने का फैसला लिया था तब उन्होंने कहा था ''मुझे माँ गंगा ने बुलाया है''। मोदी का यह जुमला बेहद मशहूर हुआ था।
कोटद्वार से बीजेपी ने शैलंद्र सिंह को नजरअंदाज करते हुए हरक सिंह रावत को टिकट दिया है। कहा यह भी जा रहा है कि वह इससे नाराज भी हैं। साल 2002 में उत्तराखण्ड के पहले विधानसभा चुनाव में हरक सिंह रावत लैंसडौन विधानसभा क्षेत्र से विधायक चुनकर आए। उन्होंने कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ा और अपने प्रतिद्वंदी भाजपा के भरत सिंह को महज साढ़े पांच सौ वोट के मामूली अंतर से हराया। हरक सिंह ने 2007 के चुनाव में एक बार फिर सीट बदली और डोईवाला से अपनी जीत को दोहराया। 2007 में सरकार भाजपा की बनी तो कांग्रेस ने भी हरक को नेता प्रतिपक्ष बनाया। साल 2012 में एक बार फिर से चुनावी समर सजा लेकिन इस बार भी हरक ने सीट बदली।