नई दिल्ली : उडी में 18 भारतीय जवानों की मौत का बदला भारतीय सेना ने पाकिस्तानी सीमा में घुसकर 'सर्जिकल स्ट्राइक' कर 38 आतंकियों को मारकर लिया। पाकिस्तान से बदला लेने के लिए सर्जिकल अटैक का रास्ता चुनकर एक ऐसा दांव खेल ा है जिससे कूटनीतिक तौर पर भी पाकिस्तान को बड़ी झटका लगा है। भारत के सर्जिकल अटैक के महत्व को समझने से पहले यह जानना बेहद जरूरी है कि सर्जिकल स्ट्राइक का मतलब ये कतई नही है कि भारत ने पाकिस्तान या पाकिस्तानी सेना पर उनके देश में घुसकर हमला किया बल्कि यह तो आतंकियों के खिलाफ भारत का एक ऑपरेशन था। जब अमेरिका ने पाकिस्तान के भीतर सर्जिकल ऑपरेशन करके लादेन को मार गिराया था तब भी ऐसा कतई नही माना गया कि अमेरिका ने पाकिस्तान पर हमला किया।
चीन, अमेरिका इसलिए हैं खामोश
इस बात में कोई दो राय नही है कि भारत ने पाकिस्तान को सैन्य और कूटनीतिक तौर इस हमले के जरिये बड़ा जवाब दिया है। इस बात का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि पीओके में भारत की सर्जिकल स्ट्राइक के बाद न तो पाकिस्तान के करीबी चीन की ओर से भी कोई प्रतिक्रिया आयी और नही अमेरिका ने इसे बुरा कहा। भारत द्वारा आतंकियों के खिलाफ किये गए इस सर्जिकल अटैक की कोई आलोचना भी नही कर सकता क्योंकि यह आतंकियों के खिलाफ की गई कार्रवाई थी। इसे इस तरह भी देखा जा सकता है कि पाकिस्तान अपनी जमीन पर जिस बुराई को ख़त्म नही कर पा रहा था वह भारत ने कर दिखाया, जैसा कि केंद्रीय मंत्री राज्यवर्धन राठौर ने भी कहा। भारत ने हमला तो आतंकियों पर किया लेकिन चोट पाक सेना पर की और भारत के सर्जिकल स्ट्राइक को पाक गलत भी नही ठहरा सकता।
पाक सर्जिकल स्ट्राइक की बात इसलिए नही मान रहा
इस हमले को कोई किसी भी रूप में ले लेकिन यह बात तो साफ़ है कि पाकिस्तानी जमीन पर आतंकियों के खिलाफ भारत के इस हमले से पाकिस्तान पूरी तरह बेनकाब हुआ है। ठीक उसी तरह जैसे लादेन के मामले में हुआ था। अब बात यह कि पाकिस्तान अपने देश में हुए सर्जिकल स्ट्राइक की बात को क्यों मान रहा है। पाकिस्तान ने इस बात को अगर कबूल किया कि भारत के सर्जिकल स्ट्राइक में 38 आतंकी मारे गए तो सवाल यह भी उठेंगे कि पाकिस्तान की जमीन पर चलने वाले आतंकी केम्प की जानकारी भारतीय सेना को थी लेकिन पाकिस्तानी सेना को नही और भारत हमेशा कहता रहा है कि पाक आतंकियों का समर्थन कर रहा है, इस हमले से भारत का दावा सही साबित हो गया।
वैसे भारत की कार्रवाई में दो पाक सैनिकों के मारे जाने से सवाल यह भी उठते हैं कि आतंकी ठिकानों के पास पाक सेना क्या कर रही थी। भारतीय सेना ने जैसा दावा भी किया है कि ड्रोन कैमरों से इस हमले की रिकॉर्डिंग की गई है। अगर जरूरत पड़ी तो भारत इसे सबके सामने भी लाएगा। इस हमले से एक बात साफ़ है कि पाक बुरी तरह बेनकाब हुआ है।