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ॐ नमो भगवते वासुदेवाय !!
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मेरे प्यारे अलबेले मित्रों !
बारम्बार नमन आपको 🙏🙏
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मैं अपनी भजन गायन मंडली के साथ
आपके समक्ष उपस्थित हूँ !
भजन सरोवर में गोता लगाने के लिए
आपका हार्दिक स्वागत है 💐💐🙏🙏
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भजन प्रेमी मित्रों !
भगवान श्रीकृष्ण व्रजमंडल में
कान्हा-कन्हईया बनकर
सभी व्रजवासियों का
हृदय हरण कर रहे हैं l
इसी क्रम में
राधाजी और उनकी सहेलियों को
उल्लू बनाने के लिए
अपने कन्हईया
एक दिन चुड़िहारिन के भेष में
बरसाने जा पहुँचे !!
शैर :-
एक समय कान्हा के मन में,अजबे कौतुक आई !
राधा संग सब सखियन के,उल्लू बनावे कन्हाई !!
धरि चुड़िहारिन के भेष कन्हाई,चल गए राधा नगरी !
प्रेमवाँ के चुड़ी ले लो हमारी,पुकारे डगरी-डगरी !!
लोकभजन
(तर्ज़:- चलत मुसाफिर मोह लियो रे पिंजरे वाली मुनियाँ )
प्यारी राधा के मन मोह लियो रे व्रज की चुड़ीवाली llटेकll
चुनरी पहिन के बिंदिया लगा के
सुरमा-कजरा से अँखिया सजा के
नकिया में नथुनी झुलाए लियो रे व्रज की चुड़ीवाली
प्यारी राधा के मन मोह लियो रे व्रज की चुड़ीवाली ll
हाँक लगावे कमर लचकावे
एने-ओने ताकि के आँख मटकावे
गली-गली फेरी लगाय लियो रे व्रज की चुड़ीवाली
प्यारी राधा के मन मोह लियो रे व्रज की चुड़ीवाली ll
जाई पुकारे राधाजी के द्वारे
प्रेमवाँ के चुड़ी ले लो हमारे
धीरे से कनखी चलाय दियो रे व्रज की चुड़ीवाली
प्यारी राधा के मन मोह लियो रे व्रज की चुड़ीवाली ll
चुड़ी पेन्हन को राधा जी आई
संगवा में छप्पन सखिया भी आई
पतली कलईया धराय दियो रे व्रज की चुड़ीवाली
प्यारी राधा के मन मोह लियो रे व्रज की चुड़ीवाली ll
हथवा छुड़ाई राधा बोली शरमाई के
उपरे के मनवाँ से तनि खिसिआई के
मोरी पतली कलईया दुखाय दियो रे व्रज की चुड़ीवाली
प्यारी राधा के मन मोह लियो रे व्रज की चुड़ीवाली ll
बोले सिया की जय राजा रामचंद्र की जय
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🕉️🕉️🙏🙏जय श्री कृष्ण🙏🙏🕉️🕉️
अंजनी कुमार आज़ाद,आरा,पटना,बिहार