एक वो दशरथ माँझी था,जो प्रेम को शक्ति के रूप में संचित कर पहाड़ की छाती को चीरकर रास्ता बनाया। सच कहूँ तो प्यार में बहुत ताक़त होता क्योंकि पूरी धरा प्यार की धुरी पर ही टिकी हुई है। लेकिन इस दुनियां में कुछ तथाकथित ऐसे भी लोग हैं जो निर्जीव हो गए हैं उन्हें ज़मीन से