विघ्नहर्ता, सुखकर्ता, शुभ मंगलकारी, हर घर में आओ, मूषक पर कर सवारी। आओ गजानन, मोरे मन में स्थान करो, सबकी झोली में सुख-समृद्धि दान करो।लड्डू मोदक का भोग लगे,आरती के सं
विघ्नहर्ता, सुखकर्ता, शुभ मंगलकारी, हर घर में आओ, मूषक पर कर सवारी। आओ गजानन, मोरे मन में स्थान करो, हम सबकी झोली में सुख-समृद्धि का दान करो।लड्डू मोदक का भोग लगे, आरत
"जय गणेश, जय हो गणपति की, मंगलमूर्ति, सुजान, प्रथम पूज्य सारे देवों में, श्री गणेश भगवान, एकदंत हैं, दयावंत प्रभु, शिव-गौरी के लाल, विघ्नहर्ता, सुखकर्ता, सबका सदा करें कल्याण, पूजा करे जो गणना
गणपति ज्ञान ध्यान बुद्धि के राजा गणपति का आज दरबार सजा मन से जो भी मांगोगे आज सबको दें जाएंगे गणपति महाराजा खुशियों से सबकी झोली भर देंगे जिसका नही है किसी
शीर्षक --जय श्री गणेशवक्रांतुड महायाय सूर्यर्कोटि संप्रभह निर्विघ्न कुरु मे देव सर्वकार्युष सर्वदा।।आज की खुशियां,बप्पा के नाम करें।चलो आज अच्छे,काम करें।लेकर बप्पा का नाम,खुशियों की सौगात बाँटे।