2 दिसम्बर 2017
क्यों डूबना चाहते हो मेरे शहर मेरे गाँव कोक्यों मिटना चाहते हो सर से पेड़ की छावं को।क्यों अँधेरे में धकेलते हो शहर के उजाले के लिएक्यों माटी से खदेड़ते हो शहर के निवाले के लिए।मेरी पीढ़ियों ने इस पिथौरागढ़ को बनते देखा हैदो देशो की संस्कृति के