26 जुलाई 2017
माथे ऊपर हाथ वो धरकरबैठी पत्थर सी होकरजीवन अब ये कैसे चलेगाचले गए जब पिया छोड़कर..........................................बापू ने पैदा होते हीझाड़ू-पोंछा हाथ थमायामाँ ने चूल्हा-चौका दे दियाचकला बेलन हाथ थामकर .