नई दिल्लीः प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के भरोसे पर एक बार फिर महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस खरे उतरे हैं। आजादी के बाद से जिस लातूर निकाय पर कांग्रेस का कब्जा था, उसको भाजपा ने फतह कर दिया। लातूर की जीत से भाजपा महाराष्ट्र की नंबर वन पार्टी बन गई है। इस ऐतिहासिक जीत पर मोदी भी गदगद हो उठे। उन्होंने अपने 46 वर्षीय महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र को इसका श्रेय दिया। पार्टी के नेताओं का कहना है कि जिस तरह से मोदी ने कई नेताओं के विरोध के बावजूद कम उम्र के देवेंद्र की पद पर ताजपोशी की थी, वह फैसला एक बार फिर सही साबित हुआ है। देवेंद्र पहले गैर मराठा ब्राह्मण मुख्यमंत्री हैं। वो भी उन्हें उस परंपरा को दरकिनार कर सीएम बनाया गया, जबकि अब तक मुंबई से बाहर के किसी नेता को गद्दी नहीं मिलती थी। देवेंद्र नागपुर से आते हैं। लातूर को महाराष्ट्र के पूर्व सीएम और कांग्रेस नेता विलासराव देशमुख का गढ़ बताया जाता है। पिछली बार भाजपा एक सीट के लिए भी तरस गई थी, मगर इस बार जहां उसे 36 सीटें मिलीं वहीं कांग्रेस 33 तक सिमट गई। इस प्रकार नतीजे कांग्रेस के लिए बहुत झटका देने वाले हैं।
देवेंद्र के अभियान से सूखा झेल रहे लातूर वालों ने बरसाए वोट
मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने 70 सीटों वाले नगर निकाय चुनाव में जीत के लिए खास अभियान चलाया। आम जनता से संवाद कर भरोसा कायम किया। नतीजा रहा कि बीजेपी की झोली में महाराष्ट्र के लातूर की सीट डाल दी। पांच साल से सूखे की मार झेल रहे लातूर में बुधवार को चुनाव हुए थे। जिसमें पहली बार भाजपा को जीत हासिल हुई है। चुनाव प्रचार के दौरान मुख्यमंत्री फडणवीस ने वादा किया था जीत पर वह लातूर को सूखामुक्त कर देंगे। पानी की समस्या दूर होगी। लातूर के वोटरों से उन्होंने कहा था कि जो किसान बिजली की कमी की वजह से इलेक्ट्रिक पंप का इस्तेमाल नहीं कर पाते, उन्हें बिजली का बिल नहीं देना पड़ेगा। फडणवीस ने हाल ही में चुनावी अभियान में कहा ता कि अगर बीजेपी यहां जीतती है तो लातूर को सूखा-मुक्त बना देंगे।
फडणवीस के मोटे बजट के वादा कर गया कमाल
फडणवीस ने लातूर को मोटा बजट देने का वादा किया। यह वादा कमाल कर गया। लोगों को लगा कि सत्ता में फडणवीस की सरकार है तो जरूर बजट मिलेगा। नतीजा भाजपा को बंपर वोट पड़े। प्रचार के दौरान फडणवीस ने कहा था कि- 'बिजली देने के लिए हम मराठवाड़ा क्षेत्र को 561 करोड़ रुपये देंगे। इससे पहले की सरकारें इस काम के लिए 300-400 करोड़ रुपए देती थी। चुनाव जीतने पर पानी के टैंकर, बिजली और बच्चों को शिक्षा उपलब्ध कराएंगे। पांच साल से लगातार सूखा झेल रहे लातूर में सीएम फडणवीस की पहल पर पिछले साल लातूर में पूरे चार महीने तक पानी से भरी ट्रेनें भेजी जाती रही। .