नई दिल्ली: कानून के रखवालों को ही कानून की चिंता नहीं। हम बात कर रहे हैं मध्यप्रदेश पुलिस की जिन्हें ना कानून का खौफ हैं ना नियमों की चिंता। मध्यप्रदेश पुलिस कानून का कितना पालन करती है ये देखने को मिला मंगलवार को इंदौर के रेलवे स्टेशन पर। जब पुलिस अधिकारी अपनी मोटरसाइकिल को दिव्यांग कोच में रखकर बड़ौदा से इंदौर लाया। इतना ही नहीं कोच से उतारने के बाद बड़ी शान से प्लेटफॉर्म से ही चलाकर भी ले गए। मानो सड़क पर चला रहे हों।
क्या कहता है कानून
रेलवे एक्ट के अनुसार यात्री कोच में वाहन और पेट्रोल जैसे ज्वलनशील पदार्थ को लेकर सफर करना अपराध है और अगर कोई इस आरोप का दोषी पाया जाए तो उसे सजा का भी प्रावधान है।
कौन है ये अधिकारी
कानून की धज्जियां उठाने वाले ये हैं। आरपीएफ के इंस्पेक्टर आनंद स्वरूप वर्मा। जिन्होंने गांधीनगर-इंदौर के बीच चलने वाली शांति एक्सप्रेस में बड़ौदा से अपनी बाइक दिव्यांग कोच में चढ़ा दी। बताते हैं कि इस कृत्य में बड़ौदा के आरपीएफ जवानों के साथ नागदा से गाड़ी में पेट्रोलिंग के लिए चढ़े जवानों ने भी इंस्पेक्टर का साथ दिया।